पॉलीकैब ग्रुप के परिसरों की तलाशी में करीब 1,000 करोड़ रुपये की नकद बिक्री का पता लगाया गया. आयकर विभाग की छापेमारी में ग्रुप के अलग-अलग परिसर में छापेमारी की गई. सीबीडीटी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि 22 दिसंबर 2023 को ग्रुप के खिलाफ तलाशी शुरू करने के बाद चार करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई. साथ ही 25 से ज्यादा बैंक लॉकर पर रोक लगाई गई. सीबीडीटी की तरफ से ग्रुप का नाम नहीं बताया गया. लेकिन पीटीआई सूत्रों ने इसकी पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड होने की पुष्टि की है. दूसरी तरफ पॉलीकैब ने शेयर बाजारों को दी सूचना में मीडिया में चल रही कंपनी की टैक्स चोरी की रिपोर्ट को अफवाह बताया है.
100 सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में शामिल
आज हम आपको पॉलीकैब इंडिया के चेयरमैन और एमडी, इंदर जयसिंघानी की जिंदगी से जुड़ी कहानी बताएंगे. हम आपको बताएंगे कि कैसे उन्होंने एक साधारण परिवार में जन्म लेकर हजारों करोड़ का कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर दिया. उनका बचपन बेहद मुफलिसी में गुजरा. कम उम्र में ही उनके पिता की मौत हो गई. इसके बाद उन्हें न चाहकर भी स्कूल छोड़ना पड़ा और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते काम करना पड़ा. पिछले दिनों उन्हें फोर्ब्स की 100 सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में भी शामिल किया गया.
एक साल में दो गुनी हुई संपत्ति
फोर्ब्स इंडिया की तरफ से नवंबर 2023 में जारी गई लिस्ट के अनुसार पॉलीकैब इंडिया के चेयरमैन जयसिंघानी टोटल नेटवर्थ 6.4 अरब डॉलर की है. साल 2022 से 2023 के बीच महज एक साल में ही उनकी संपत्ति में 3.35 बिलियन डॉलर की जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की गई. इससे पहले वह 2022 में 60वें स्थान पर थे, 2023 में वह 32वें पायदान पर पहुंच गए. पॉलीकैब के मुंबई हेड ऑफिस को जनवरी 1996 में शुरू किया गया था. यह कंपनी तार-केबल, बिजली के पंखे, एलईडी लाइट और ल्यूमिनेयर, स्विच और स्विचगियर, सोलर प्रोडक्ट आदि बनाती है.
कैसे शुरू किया कारोबार
70 साल के अरबपति कारोबारी इंदर जयसिंघानी ने 1986 में अपने भाइयों के साथ एक ट्रेडिंग फर्म के रूप में काम शुरू किया था. शुरुआत में वह कमीशन बेस पर दूसरी कंपनियों के माल की बिक्री मार्केट में करते थे. इससे पहले 1968 में 15 साल की उम्र में स्कूल छोड़कर फैमिली बिजनेस संभाला ओर बड़े भाई गिरधारी की मदद की. जनवरी 1996 में पॉलीकैब इंडिया का मुंबई हेड ऑफिस शुरू हुआ. दिसंबर 1997 में उन्हें कंपनी का चेयरमैन और डायरेक्टर अपाइंट किया गया. अगस्त 2019 में उन्हें फिर से चेयरमैन और एमडी के रूप में नियुक्त किया गया.
साल 2008 पॉलीकैब इंडिया के लिए बड़ा बदलाव लेकर आया और इस साल वर्ल्ड बैंक की प्राइवेट इक्विटी आर्म, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) ने कंपनी में हिस्सेदारी ले ली. 2014 में पॉलीकैब ने लाइट के पंखे, एलईडी लाइटिंग जैसे प्रोडक्ट बनाने का काम शुरू किया. अक्टूबर 2021 में जयसिंघानी को पहली बार फोर्ब्स इंडिया की अमीर सूची में प्रवेश किया. उन्होंने 3.6 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ 57वें स्थान पर पदार्पण किया.
कंपनी के शेयर का हाल
पॉलीकैब के 1000 करोड़ की नकद बिक्री की खबर आने के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट देखी जा रही है. गुरुवार को कंपनी का शेयर 913 रुपये गिरकर 4000 रुपये पर चल रहा है. गुरुवार सुबह कंपनी का शेयर 4421 रुपये पर ओपन हुआ और यह कारोबारी सत्र के दौरान गिरकर 3812 रुपये पर आ गया. इससे पहले सत्र में शेयर 4913 रुपये पर बंद हुआ था. शेयर का 52 हफ्ते का हाई 5,722 रुपये और लो लेवल 2,651 रुपये है.
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