नई दिल्ली: स्वदेशी वैक्सीन Covaxin को लेकर एक बड़ी और राहत भरी खबर आई है कि यह वैक्सीन कोरोना के वेरिएंट्स के खिलाफ भी प्रभावी है. खास बात यह है कि यह Vaccine भारत में मिले B.1.617 और यूके में मिले B.1.1.7 वेरिएंट के खिलाफ भी सुरक्षा देती है. कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में सामने आए संक्रमणों और मौत के मामलों के पीछे B.1.617 वेरिएंट को भी जिम्मेदार माना गया. यहां तक की WHO ने कहा कि यह स्थिति पूरी दुनिया के लिए खतरनाक हो सकती है. कोवैक्सीन की इस उपलब्धि की खबर इस वैक्सीन को विकसित और निर्मित करने वाली कंपनी BharatBiotech की सह-संस्थापक सुचित्रा इल्ला ने दी है.
फिर से मिली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान
सुचित्रा इल्ला ने ट्विटर पर लिखा, ‘Covaxin को एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. हाल ही में प्रकाशित किए गए रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक कोवैक्सीन नए वेरिएंट्स को लेकर भी सुरक्षा देता है. यह हमारे लिए एक और बड़ी उपलब्धि है.’
NIV और ICMR के सहयोग से की गई स्टडी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सहयोग से की गई इस स्टडी में सामने आया है कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे टीकाकरण में कोवैक्सीन का उपयोग लोगों को कई तरह के वेरिएंट्स से भी सुरक्षा देता है. इसमें भारत में मिला B.1.617 और यूके में मिला B.1.1.7 वेरिएंट भी शामिल है. कोवैक्सीन इन सभी वेरिएंट्स के खिलाफ न्यूट्रिलाइजिंग टाइटर्स प्रोड्यूस करता है, यानि कि उन्हें निष्प्रभावी करता है.
बता दें कि Covaxin को भारत बायोटेक ने ICMR और NIV के सहयोग से विकसित किया है. कंपनी इस वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन भी कर रही है. इस वैक्सीन का उपयोग देश में 16 जनवरी से शुरू हुए सामूहिक टीकाकरण अभियान में हो रहा है. इसके अलावा भारत ने पड़ोसी देशों को मदद और दुनिया के कई देशों के साथ वैक्सीन निर्माता कंपनी द्वारा किए गए अनुबंध के तहत कोवैक्सीन सप्लाई भी की है.
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