नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के डराने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं और सोमवार को 24 घंटों में 1.68 लाख नए मामले सामने आए. कोविड-19 से बचने के लिए मास्क (Mask) लगाना बेहद जरूरी है, लेकिन इस बीच एक्सपर्ट्स ने डबल मास्क लगाने की सलाह दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रांसमिशन रोकने के लिए डबल मास्क एक बेहतर विकल्प है.
किस तरह के मास्क का कर सकते हैं इस्तेमाल?
दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के आंतरिक चिकित्सा विभाग के निदेशक डॉ. रोमेल टिकू के अनुसार, कोरोना ट्रांसमिशन से बचने के लिए एक सर्जिकल मास्क और एक कपड़ा मास्क या दो कपड़े मास्क पहन सकते हैं. हालांकि, अगर एन-95 मास्क पहनते हैं तो डबल मास्क की जरूरत नहीं होगी.
किसे पहनना चाहिए दो मास्क और क्या होगा फायदा?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. रोमेल टिकू ने बताया कि जब कोई व्यक्ति भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जा रहा होता है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं हैं, उन्हें डबल मास्क पहनने की सलाह दी जाती है. विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति के पास से गुजरने के बावजूद डबल मास्क पहनने की वजह से ड्रॉपलेट्स के आप तक पहुंचने की संभावना कम हो जाती है.
सीडीसी की स्टडी में ये बात आई सामने
अमेरिका के सेंटर ऑफ डिजीज एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, कोरोना वायरस से बचने के लिए डबल मास्क एक बेहतर विकल्प हो सकता है. सीडीसी द्वारा हाल ही में की गई एक स्टडी के अनुसार कोविड-19 से बचाव के लिए डबल मास्क अधिक सुरक्षित है. स्टडी में पाया गया कि ये मास्क वायरस के फैलने की दर को कम करने में मदद करते हैं. सिंगल मास्क की बजाय डबल मास्क अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं और कोरोना वायरस के फैलाव को रोकते हैं.
डबल मास्क से सांस लेने में हो सकती है दिक्कत
महाराष्ट्र कोविड-19 टास्कफोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा, ‘डबल मास्किंग कोरोना संक्रमण को रोकने के कुछ स्थापित तरीकों में से एक है. हालांकि इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, लेकिन नियमित इस्तेमाल से असुविधाएं कम हो सकती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘थ्री-प्लाई सर्जिकल मास्क के साथ एक कपड़े का मास्क पहनना सुरक्षित है. भीड़भीड़ वाली जगहों पर डबल मास्किंग कारगर साबित हो सकती है. इसके अलावा जहां वेंटीलेशन की कमी हो या लोकल ट्रेन के कंपार्टमेंट में डबल मास्क से फायदा होगा.’
‘डबल मास्क से फेस पूरी तरह कवर रहता है’
कोलकाता के बेले व्यू क्लिनिक के आंतरिक चिकित्सा सलाहकार राहुल जैन के अनुसार, डबल मास्क पहनने से फुलप्रूफ सुरक्षा मिलती है. अक्सर, मास्क लगाने के बाद फिसल जाता है या नाक और मुंह के आसपास ठीक से फिट नहीं होता है. यदि मास्क की स्ट्रिंग ढीली हो जाए तो ऐसा हो सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘डबल मास्क सुनिश्चित करता है कि फेस पूरी तरह से कवर रहे.’
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