भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, जबलपुर, इंदौर और में 21 मार्च को एक दिन का लॉकडाउन रहेगा. इन जिलों में आगामी आदेश तक हर रविवार को लॉकडाउन रहेगा. जारी आदेश के अनुसार 31 मार्च तक स्कूल- कॉलेज बंद रहेंगे. लॉकडाउन शनिवार रात से सोमवार सुबह तक रहेगा. शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया है.
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘देश में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं. फिर से गंभीर स्थिति न हो, इससे बचने के लिए मेरा प्रदेश की जनता से अनुरोध है कि सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, कहीं भीड़ न करें तथा कोरोना संक्रमण को रोकने में अपना योगदान दें, जो लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं वे न केवल अपनी, अपनों की बल्कि समाज में सभी की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं. सरकार सभी आवश्यक इंतजाम कर रही है, लेकिन संक्रमण रोकने के लिए आप सभी का पूरा सहयोग बहुत जरूरी है.
सामाजिक समारोह की अनुमति लेनी होगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इंदौर-भोपाल एवं जबलपुर में रविवार को लॉकडाउन के दौरान सामाजिक समारोह आयोजित करने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी.
लॉकडाउन के दौरान रहेगी यह छूट
कोरोना समीक्षा बैठक में शामिल अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं के परिवहन, औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों, कर्मचारियों, औद्योगिक कच्चे माल तथा उत्पाद के परिवहन की छूट रहेगी. बीमार व्यक्तियों के परिवहन, एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन आने-जाने के साथ परीक्षाओं में शामिल होने पर भी पाबंदी नहीं रहेगी.
31 मार्च तक स्कूल कॉलेज बंद
प्रदेश के भोपाल इंदौर एवं जबलपुर नगरों में आगामी 31 मार्च तक स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे.
इन शहरों में रात 10 से सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगे बाजार
शिवराज सरकार ने साफ कर दिया है कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर के साथ रोजाना ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर और खरगोन में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बाजार बंद हो जाएंगे. केवल मेडिकल, राशन और खानपान की दुकानों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा.
महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों पर रोक
महाराष्ट्र में बनी कोरोना की विस्फोटक स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों के आवागमन पर 20 मार्च से रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए
निजी कार्यालयों में थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए- सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर आदि शहरी क्षेत्रों में कार्यालयों में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शासकीय के साथ-साथ निजी कार्यालयों में भी थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए.
5.5% पॉजिटिविटी रेट
कोरोना समीक्षा बैठक में शामिल अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि बीते दिन प्रदेश में 21 हजार कोरोना टेस्ट किए गए. प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत आई है, जो अधिक है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मार्च में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है, जो ज्यादा खतरनाक है. संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है, लेकिन बाजारों में लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. इससे संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा है.
क्यों लगाया गया लॉकडाउन
दरअसल, मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण से हालात बिगड़ने लगे हैं. पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. इसका अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पिछले 24 घंटे में 1140 नए कोरोना के मरीज मिले हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को ये निर्णय लेना पड़ा. मुख्यमंत्री शिवराज कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अफसरों की आपात बैठक बुलाई थी. राज्य में कोरोना के हालातों को देखते हुए सीएम शाम 7 बजे बंगाल से लौटने के बाद एयरपोर्ट से सीधे मंत्रालय पहुंचे थे और बैठक में राजधानी भोपाल, जबलपुर, इंदौर में हर रविवार को लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया.
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