भोपालः मध्य प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी (bjp) और कांग्रेस (congress) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. दोनों पार्टियां अपने-अपने विधायकों पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही हैं. बीजेपी ने अपने सभी विधायकों का कैंप बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन (ujjain) में लगाने जा रही है, 12 और 13 फरवरी बीजेपी के सभी विधायक उज्जैन में एकत्रित होंगे और यहां विधायकों को निकाय चुनाव और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार की जाएगी. तो कांग्रेस विधायकों की बैठक पर्यटन नगरी खजुराहो (khajuraho) में होगी, हालांकि कांग्रेस की तरफ से अब तक बैठक की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है.
कांग्रेस विधायकों को बैठक में दिए जाएंगे अहम निर्देश
कांग्रेस इस बार नगरीय निकाय चुनाव में पूरी ताकत लगाती नजर आ रही है. ऐसे में विधानसभा सत्र से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में होने वाली विधायकों की इस बैठक में बजट सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी. जबकि विधायकों को जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके अलावा किसान आंदोलन पर भी सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी.
क्योंकि इस बार कोरोना की वजह से अब तक ठीक से सत्र नहीं चल पाया है. जबकि कांग्रेस के कई विधायक उपचुनाव में पहली बार जीते हैं और अब तक सदन का अनुभव उन्हें नहीं मिला है. ऐसे में विधायकों को सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाते हुए घेरने की रणनीति के लिए तैयार किया जाएगा.
बीजेपी की तैयारी
वही दूसरी तरफ बात अगर बीजेपी विधायकों का प्रशिक्षण वर्ग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्षी वीडी शर्मा के नेतृत्व में आयोजित होगा. यह बैठक दो दिवसीय होगी जिसमें बजट सत्र के दौरान सदन में विधायकों की जिम्मेदारी और सदन में सरकार का पक्ष रखने की ट्रेनिंग होगी. बीजेपी विधायकों की इस बैठक में वीडी शर्मा की नई टीम के सभी सदस्य भी मौजूद रहेंगे. ताकि सत्ता और संगठन के समनव्यय पर भी काम किया जाएगा.
सिंधिया समर्थक विधायक पहली बार होंगे शामिल
दरअसल, यह पहला मौका जब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक सभी विधायक पहली बार बीजेपी के किसी औपचारिक प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होंगे. अब तक सिंधिया समर्थक सभी विधायक पार्टी के किसी भी बड़े आयोजन में शामिल नहीं हुए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान इन विधायकों को पार्टी की रीति-नीति से अवगत कराया जाएगा. इसलिए यह सत्र बहुत अहम माना जा रहा है.
बीजेपी का सत्र पहले पचमढ़ी में होना था
दरअसल, बीजेपी विधायकों का प्रशिक्षण सत्र पहले 13 और 14 फरवरी को पचमढ़ी में आयोजित होना था. लेकिन पर्यटन नगरी पचमढ़ी में सभी होटल और रिसार्ट पहले से बुक हैं, ऐसे में पार्टी ने प्रशिक्षण वर्ग में बदलाव करेत हुए इसका आयोजन 12 और 13 फरवरी को उज्जैन में कराने का निर्णय लिया है. जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है.
दोनों पार्टियों की नजर 2023 पर
दरअसल, बीजेपी और कांग्रेस की नजर विधायकों के इस प्रशिक्षण वर्ग में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव में रणनीति बनाने पर हैं. दरअसल, दोनों पार्टियां 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुमत से कुछ ही दूर रही थी. भले ही कांग्रेस ने दूसरे दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर सरकार बना ली हो. लेकिन पार्टी को विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. वही बीजेपी भी बहुमत से महज 7 सीट दूर रही थी. ऐसे में दोनों पार्टियों का फोकस इस बार अभी से विधानसभा चुनाव की रणनीति पर रहेगा.
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