प्रदीप शर्मा/भिण्ड: मध्य प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए सीएम हेल्पलाइन को शुरू किया गया है. लेकिन भिंड जिले से ऐसा मामला सामने आया है, जहां समस्या का समाधान करने की बजाय शिकायतकर्ता को ही पागल घोषित कर दिया.
हैंडपैंप को लेकर दर्ज कराई थी शिकायत
दरअसल लहार तहसील के राहवली बेहड़ में पानी की समस्या दूर करने के लिए 8 महीने पहले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बोर करवाकर हैंडपंप लगवाया गया था. लेकिन शिकायतकर्ता राहुल दीक्षित का कहना है कि पीएचई द्वारा अधूरे समान के साथ हैंडपम्प लगा दिया गया. शिकायतकर्ता के मुताबिक, उन्होंने हैंडपंप को लेकर सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत दर्ज कराई थी.
शिकायतकर्ता को घोषित किया पागल
शिकायत के जवाब में पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री पीआर गोयल द्वारा जवाब दिया गया कि शिकायतकर्ता पागल है उसको मिर्गी के दौरे पड़ते हैं अंड संड बकता है इसके पूरे परिवार को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं हैंडपंप खराब नहीं है इसका दिमाग खराब है पूरा पीएचई महकमा जानता है, इस पागल ने हमारे हैंडपंप मैकेनिक के कपड़े तक फाड़ दिए थे वक्त आ गया है कि चीनी युद्ध किया जाए जो गोरिल्ला नीति है अब हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता के सीने में गाढ़ा जाएगा” इस तरह के जवाब के बाद शिकायत को बंद कर दिया गया है.
पीएचई विभाग द्वारा इस तरह के उल जलूल बातें लिखे जाने से पीड़ित राहुल दीक्षित काफी आहत हैं उनका कहना है कि एक जिम्मेदार विभाग द्वारा इस तरह से किसी सामाजिक व्यक्ति को पागल घोषित करना उसकी छवि खराब करना वह भी सार्वजनिक तौर पर बेहद दुखद है.
विधायक ने बताया शर्मनाक
वहीं लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने भी इस घटना को शर्मनाक बताया है. उन्होंने सवाल खड़ते हुए कहा है कि सीएम शिवराज द्वारा लोगों के लिए सीएम हेल्प लाइन शुरू की गई थी लेकिन ज्यादातर शिकायतें इस तरह हाल की जा रही हैं क्या उन्होंने कभी इनकी क्षेत्र में निकल कर वास्तविक समीक्षा की है. जिला कलेक्टर डॉ. वीरेंद्र नवल सिंह रावत ने मामले को लेकर कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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