नई दिल्ली: जयपुर की सत्ता की बिसात बिछ चुकी है. दांव चले जा चुके हैं. राजस्थान कांग्रेस में दो गुट साफ बन चुके हैं. ऐसा लग रहा है कि अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच आरपार की लड़ाई शुरू हो गई है. कांग्रेस ने आज फिर विधायक दल की बैठक बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट बैठक में नहीं जाएंगे. सचिन पायलट ने गहलोत को विधानसभा में बहुमत साबित करने की चुनौती दी है.
आरपार की लड़ाई शुरू
सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच वीडियो वार भी शुरू हो गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अपने आवास पर विधायकों के शक्ति प्रदर्शन के बाद उनको जयपुर के एक होटल में शिफ्ट किया. विधायकों के साथ डिनर करते हुए गहलोत की तस्वीर और वीडियो भी जारी किया गया है. सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक मानेसर के होटल में ठहरे हुए हैं. जवाब में पायलट गुट की ओर से कल शाम एक वीडियो जारी किया गया.
सचिन पायलट गुट के विधायकों का जो वीडियो है, उसमें ये विधायक मौजूद हैं:
1. विश्वेंद्र सिंह,
2. हरीश मीणा,
3. जीआर खटाणा
4. सुरेश मोदी
5. इंद्राज गुर्जर
6. राकेश पारीक
7. मुकेश भाकर
8. रामनिवास गावड़िया
9. वेद प्रकाश सोलंकी
10. बृजेंद्र ओला
11. दीपेंद्र सिंह शेखावत
बाकी विधायक किसी और जगह पर दिल्ली-एनसीआर में ही मौजूद हैं. सचिन पायलट के करीबी अभी भी 30 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं. सचिन गुट का ये भी दावा है कि ये 30 विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं. निर्दलीय विधायक इसमें शामिल नहीं हैं. यानी सचिन गुट 13 निर्दलीय विधायकों से भी संपर्क में हैं. हालांकि 13 में से 3 को पहले ही अशोक गहलोत ने निकाल दिया है. राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष सचिन के साथ-साथ यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष, NSUI का अध्यक्ष और प्रदेश सेवा दल के अध्यक्ष सब गहलोत से नाराज हैं और राष्ट्रीय नेताओं के संपर्क में नहीं हैं.
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