सिंघानिया परिवार में तलाक का तूफान थमने का नाम नहीं रे रहा है. कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया की पत्नी नवाज मोदी ने तलाक के समझौते के तहत 75 फीसदी संपत्ति की मांग की है. इस मांग ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया है. गौतम के पिता और रेमंड के पूर्व एमडी विजयपत सिंघानिया ने इस मामले में चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे अपने बेटे के बजाय नवाज के समर्थन में हैं.
विजयपत सिंघानिया ने दिया बहू का साथ
85 वर्षीय विजयपत सिंघानिया ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे गौतम सिंघानिया और बहू नवाज मोदी के तलाक पर अपनी राय व्यक्त की. विजयपत ने कहा कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत, पत्नी को पति की संपत्ति का 50% हिस्सा तलाक के बाद मिल जाता है. इसलिए, नवाज के लिए 75% हिस्सेदारी की मांग करना गलत है.
विजयपत का मानना है कि गौतम कभी भी हार नहीं मानेंगे. वह सब कुछ खरीदने में माहिर हैं. उन्होंने अपने पिता के खिलाफ भी ऐसा ही किया था. विजयपत ने कहा कि नवाज को गौतम से लड़ने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है. विजयपत ने कहा कि नवाज को अपनी मांग कम करनी चाहिए. अन्यथा, वह बहुत कुछ खो सकती है.
अब रह रहे किराये के घर में
बता दें, एक वक्त था जब विजयपत सिंघानिया पूरे रेमंड एम्पायर को चलाते थे. उस वक्त वो भारत के सबसे अमीर शख्स में से एक थे. लेकिन अब वो किराये के घर में रहते हैं. उस समय वो मुकेश अंबानी से भी ज्यादा अमीर हुआ करते थे, वो इसलिए क्योंकि उस समय विजयपत रेमंड ग्रुप के मालिक थे और मुकेश अंबानी काफी छोटे थे. किस्मत ने करवट ली और बेटे ने विजयपत को घर से निकाल दिया. अच्छी जिंदगी जीने के लिए वो अभी भी संघर्ष कर रहे हैं.
बेटे ने निकाला घर से बाहर
इस घटना का आरंभ हुआ जब सिंघानिया ने अपनी कंपनी के सभी हिस्सेदारी गौतम के नाम कर दी और इससे ही उनका साझेदारी का रिश्ता कमजोर होने लगा. विजयपत सिंघानिया के साथ एक बिजनेस टुडे के इंटरव्यू के मुताबिक, एक बार जब जमीन पर विवाद उत्पन्न हुआ, तो यह विवाद इतना तेज हो गया कि गौतम ने विजयपत सिंघानिया को अपने ही घर से बाहर कर दिया.
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