Multi-role supersonic fighter aircraft: भारत दिन – प्रतिदिन रक्षा क्षेत्र में एक से बढ़कर एक मिसाल पेश कर रहा है. एक ओर भारत रूस के साथ मिलकर ब्रह्मोस-2 का परीक्षण कर रहा है, वहीं दूसरी ओर देश को एक और बड़ी सफलता मिली है. आपको बता दें कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने हल्के लड़ाकू विमान (Light Combat Aircraft) तेजस (Tejas) का बुधवार को सफल परीक्षण किया है. इसकी टेस्टिंग के लिए बेंगलुरु हवाई अड्डे को चुना गया था. यह Light Combat Aircraft की पहली श्रृंखला का उत्पादन है. अधिकारियों ने कहा कि विमान ने बेंगलुरु में एचएएल (HAL) के हवाई अड्डे से अपनी पहली उड़ान भरी. इस दौरान यह सफल उड़ान लगभग 35 मिनट तक चली.
तेज सुपरसोनिक लड़ाकू विमान
आपको बता दें कि तेजस अत्यधिक तेज सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसका संचालन उच्च-खतरे वाले वातावरण में किया जा सकता है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) ने ट्वीट कर इस बात कि जानकारी दी कि LCA तेजस कार्यक्रम के तहत तैयार एक मील का पत्थर साबित होगा. HAL द्वारा निर्मित 1st सीरीज LCA ट्रेनर (LT 5201) ने 5 अप्रैल 2023 को HAL हवाई अड्डे से अपना पहला उड़ान भरा. इस दौरान विमान ने 35 मिनट तक उड़ान को जारी रखा और सफल उड़ान पूरी करने के बाद सुरक्षित उतरा.
भारत का एक और परिक्षण जारी
चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि डिफेंस क्षेत्र में भारत को सशक्त होना चाहिए. इसके लिए भारत ने ब्रह्मोस-2 का परीक्षण भी शुरू किया है. आपको बता दें कि ब्रह्मोस-2 को रूस के साथ मिलकर और भी ज्यादा एडवांस बनाया जा रहा है. ब्रह्मोस को एडवांस बनाने के तहत जिरकॉन तकनीकी को इसके साथ जोड़ा जा रहा है जो इसे ‘महाविनाशक’ बना देगा और देश की सुरक्षा के लिहाज से ये मिसाइल अच्छा परिणाम देगा.
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