Egypt valley: मिस्र के एक मंदिर में मिले भेड़ों और कुत्तों के सिर, खोजकर्ता भी हो गए हैरान

Egyptian temple: मिस्र के एक मंदिर में करीब 2000 से अधिक भेड़ों के ममीकृत सिर मिलने से हड़कंप मच गया है. खोजकर्ता भी यहां का नजारा देख कर काफी दंग हो गए हैं. रविवार को मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि मिस्र के राजा फिरौन रामसेस के मंदिर में बड़ी तादाद में भेड़ों के सिर मिले हैं. भेड़ों के अलावा कुत्तों, बकरियों, गाय, हिरण आदि के भी सिर मिले हैं. अब इसके पीछे खोजकर्ता लगे हैं कि आखिर ये सिर कहां से आए और कितने पुराने है. बताया जाता है कि दक्षिण मिस्र में अपने मंदिरों और मकबरों के लिए प्रसिद्ध एबिडोस शहर में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के अमेरिकी पुरातत्वविद की एक टीम ने ये खोज की है. शोधकर्ताओं ने बताया है कि भेड़ों और अन्य जानवरों के सिर को प्रसाद के रूप में राजा फिरौन रामसेस द्वितीय को चढ़ाया जाता था.

यहां राजा को चढ़ाई जाती थी बलि
अमेरिकी खोज टीम के प्रमुख समीह इस्कंदर ने कहा कि फिरौन रामसेस द्वितीय की मृत्यु के बाद उनके मंदिर में जानवरों की बलि चढ़ाई जाने लगी थी. बलि चढ़ाने के लिए भेड़ों, कुत्तों, बकरी, गाय, हिरण आदि जानवरों का प्रयोग किया जाता था. सबसे ज्यादा भेड़ों की बलि दी जाती थी. पुराने लोग अपने राजा को प्रसाद के रूप में जानवरों की बलि देते थे.
मिस्र के पुरावशेषों की सर्वोच्च परिषद के प्रमुख मुस्तफा वजीरी ने कहा कि इस खोज से लोगों को रामसेस द्वितीय के मंदिर और 3774 और 2140 ईसा पूर्व के बीच इसके निर्माण से लेकर 323 से 30 ईसा पूर्व टॉलेमिक काल तक हुई गतिविधियों के बारे में जानने में मदद मिलेगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक ममीकृत जानवरों के अवशेषों के साथ-साथ पुरातत्वविद ने करीब 4000 साल पहले की 5 मीटर मोटी दीवारों वाले एक महल के अवशेषों की खोज की है. इसमें उन्हें कई मूर्तियां, प्राचीन पेड़ों के अवशेष, चमड़े के कपड़े और जूते मिले हैं.

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होती रहती है खोज
पुरातत्व विभाग आए दिन मिस्र में कोई ना कोई नई खोजों की घोषणा करता रहता है, ताकि यहां पर पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. मिस्र की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का मुख्य स्थान है. आर्थिक संकट की मार झेल रहे मिस्र की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का हिस्सा 10% है और इससे 20 लाख लोगों को रोजगार भी मिला है. कोरोना काल के समय मिस्र के पर्यटन को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. कोरोना काल से पहले हर वर्ष मिस्र में 30 लाख पर्यटक आते थे लेकिन कोरोना काल के बाद से ये संख्या काफी तेजी से घट गई है, लेकिन मिस्र एक बार फिर से अपने पर्यटन को पुनर्जीवित करने का हर संभव प्रयास कर रहा है. मिस्र की सरकार ने 2028 तक प्रतिवर्ष तीन करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा हुआ है.


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