PPF Balance Check: केंद्र सरकार की ओर से कई स्कीम चलाई जा रही है. इन स्कीम में से एक पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम भी शामिल है. सरकार की ओर से चलाई जा रही इस स्कीम में निवेशकों को बचत और निवेश के साथ ही टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है. वर्तमान में देश में लाखों लोग पीपीएफ में निवेश कर रहे हैं. पीपीएफ खाते में निवेश करने पर एक निश्चित दर से सालाना तौर पर ब्याज भी हासिल होता है. साथ ही यह सुरक्षित निवेश में गिना जाता है. वहीं पीपीएफ को लेकर अहम अपडेट के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए.
पीपीएफ अकाउंट
पीपीएफ में निवेश एक लंबी अवधि का निवेश है. पीपीएफ खाता शुरू होने के बाद उसकी मैच्योरिटी 15 साल बाद होती है यानी की अगर पीपीएफ खाते में निवेश किया जा रहा है तो उस खाते से हासिल होने वाली मैच्योरिटी की राशि 15 साल बाद मिलती है. वहीं इस खाते को आगे भी बढ़ाया जा सकता है.
पीपीएफ ब्याज दर
अगर 15 साल खत्म होने के बाद कोई पीपीएफ अकाउंट होल्डर अपने खाते को आगे के वर्षों के लिए भी चालू रखना चाहता है तो वो भी कर सकता है. हालांकि पीपीएफ अकाउंट होल्डर 1-2 वर्षों के लिए यह नहीं कर सकता है बल्कि उसे पांच साल के लिए पीपीएफ अकाउंट को आगे जारी रखना होगा.
पीपीएफ खाता
15 साल पूरे होने के बाद अगर कोई अपने पीपीएफ अकाउंट को आगे जारी रखना चाहता है तो पांच-पांच साल के ब्लॉक में अकाउंट को आगे चलाया जा सकता है. पांच साल से कम के लिए पीपीएफ अकाउंट को आगे नहीं बढ़ाया जा सकेगा. पीपीएफ अकाउंट के 15 साल बाद एक्सटेंशन प्रत्येक 5 साल के ब्लॉक में किया जा सकता है.
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