नई दिल्ली रबी फसलों का सीजन शुरू हो गया है। किसान खेतों में गेहूं,
जौ, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों बोने की तैयार कर रहे हैं। गेहूं
रबी सीजन की मुय फसल है। इस बार की फसलों के लिए सरकार ने
भी गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य-एमएसपी में 40 रुपए प्रति विंटल
का इजाफा किया है। अब गेहूं का एमएसपी 2,015 रुपए प्रति विंटल
हो गया है किसी भी फसल का उत्पादान और किसानों का मुनाफा
फसल के बीज पर टिका होता है। बीज अगर अच्छी वालिटी है तो
फसल दमदार होगी। उनमें बीमारियां कम लगेंगी और लागत कम
आएगी। किसानों की सहूलियत के लिए मेरठ के मोदीपुरम स्थित
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने पश्चिमी
उार प्रदेश के लिए गेहूं की कुछ अच्छी किस्में है। इतना ही नहीं
एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने गेहूं के बीजों की बिक्री की भी व्यवस्था की
है। यूनिवर्सिटी के नोडल बीज अधिकारी के मुताबिक गेहूं की खेती
करने वाले वाले किसान, किसान उत्पादक संघ गैर सरकारी संगठन,
स्वयं सहायता समूह, सरकारी फर्म, कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केंद्रों
के अधिकारियों सूचना दी गई है कि कृषि विश्वविद्यालय के बीज
विक्रय केंद्र पर एक नवंबर से गेहूं बीज की बिक्री की जाएगी। इस
केंद्रों पर गेहूं के साथ सरसों का बीज भी बिक्री के लिए उपलध होगा।
बीज केंद्रों पर गेहूं और सरसों का आधारीय बीज मिलेगा। यहां गेहूं का
फाउंडेशन बीज डीबीडल्यू 187,डीबीडल्यू 222, एचडी 3226,
डीबीडल्यू 173, डीबीडल्यू 71, डीबीडल्यू 99, डल्यूबी 02 और
पीबीडल्यू 226 खरीदा जा सकता है।
facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें