मिनेसोटा: अमेरिका (America) में एक बार फिर पुलिस की गोलीबारी में एक अश्वेत नागरिक (Black Citizen) की मौत हो गई है. इस घटना के बाद अमेरिका में कई जगह हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. हालांकि, पुलिस इसे महज एक गलती बता रही है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर 20 वर्षीय डौंटी राइट (Daunte Wright) को निशाना बनाया. बता दें कि पिछले साल अमेरिकी पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद अमेरिका में जमकर हिंसा हुई थी. अब एक बार फिर वैसा ही माहौल निर्मित हो गया है.
Police ने जबरन रोके रखा
न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक, डौंटी राइट को पुलिस (Police) ने जहां गोली मारी, वो उस जगह से सिर्फ 16 किलोमीटर दूर है, जहां पिछले साल जॉर्ज फ्लॉयड को पुलिस ने अपना शिकार बनाया था. रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना उस वक्त हुई जब 20 साल का डौंटी राइट रविवार को कार से घर वापस लौट रहा था. इस दौरान उसकी दूसरी कार से टक्कर हो गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना किसी उकसावे से उसे गोली मार दी. मृतक की मां ने कहा है कि कार की टक्कर के बाद डौंटी ने उन्हें फोन करके बताया था कि पुलिस ने उसे जबरन रोक कर रखा है.
कुछ देर बाद मिली मौत की खबर
मृतक की मां ने बताया कि पुलिस वाले डौंटी राइट को फोन नीचे रखने के लिए कह रहे थे. बाद में एक पुलिस अधिकारी ने उसका फोन बंद कर दिया. इसके कुछ देर बाद डौंटी के दोस्त ने मुझे फोन करके बताया कि उसे पुलिस ने गोली मार दी है. घटना की जानकारी मिलते ही लोग बड़ी संख्या में इकठ्ठा होने लगे. इस दौरान उनकी पुलिस से भी झड़प हुई. वहीं, मृतक की मां ने लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि हिंसा से यह असल सवाल दब जाएगा कि उनके बेटे को बेवजह क्यों मारा गया.
Police ने पेश की सफाई
डौंटी राइट की मौत के बाद पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ड्राइवर को ट्रैफिक उल्लंघन के आरोप में पुलिस ने रोका था. इस दौरान पता चला कि शख्स के खिलाफ एक वारंट भी जारी है. जब पुलिस ने उसे हिरासत में लेने की कोशिश की, तो वो भागने की कोशिश करने लगा, जिसके बाद हुई गोलीबारी में उसकी मौत हो गई. यह वारदात उस जगह से सिर्फ 16 किलोमीटर की दूरी पर हुई, जहां पिछले साल अमेरिकन पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की थी.
आरोपियों पर कार्रवाई की मांग
डौंटी राइट की मौत के बाद शहर फिर से सुगल उठा है. लोग आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ब्रुकलिन सेंटर पुलिस डिपार्टमेंट के बाहर भी प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं, गवर्नर टिम वल्ज ने ट्वीट कर कहा है कि वो लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि मेरी नजर लगातार ब्रुकलिन सेंटर पर बनी हुई है. मेरी संवेदनाएं डौंटी राइट के परिवार के साथ है और मैं उनके लिए प्रार्थना कर रहा हूं. उधर, प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस रबर बुलेट्स चला रही है और आंसू गैस के गोले भी दागे जा रहे हैं.
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