नई दिल्ली: महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और केंद्र सरकार ने इसे कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत बताया है. फरवरी और मार्च में कोविड-19 (Covid-19) के दैनिक मामले और मौत के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जो अब डराने लगी है. पिछले 5 दिनों से लगातार रोजाना 40 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर कितनी खतरनाक है, इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि फरवरी 2021 के मुकाबले मार्च 2021 में संक्रमण के मामले पांच गुना रफ्तार से बढ़ रहे हैं.
मई 2020 के बाद से दैनिक मामलों में सबसे तेज वृद्धि
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में मई 2020 के बाद से सबसे तेजी देखी गई है. पिछले एक सप्ताह में भारत में हर दिन औसतन 42162 नए मामले सामने आए हैं, जो 28 नवंबर 2020 के बाद से सबसे अधिक साप्ताहिक औसत है. पिछले सप्ताह यह संख्या 25137 थी. पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह हर दिन 7.7% ज्यादा नए मामले देखे गए हैं. भारत में कोविड-19 के दैनिक मामले केवल 11 दिनों में 20 हजार से 42 हजार पहुंच गए हैं, जबकि पहली लहर के दौरान 3 जुलाई और 24 जुलाई के बीच) के दौरान 20,000 से 42,000 तक जाने में लगने वाले 21 दिनों की तुलना में 10 दिन कम है।
कोरोना से होने वाली मौत में भी बढ़ोतरी
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के दैनिक मामलों के अलावा मौत के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है और पिछले सप्ताह हर दिन औसतन 199 लोग इस महामारी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. एक सप्ताह पहले औसतन 140 लोगों की हर दिन मौत हो रही थी और औसत में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 22 जून 2020 के बाद से होने वाली मौतों की उच्चतम वृद्धि दर है.
अमेरिका-ब्राजील से आगे निकल सकता है भारत
फिलहाल जिस रेट को भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, अगर इस पर रोक नहीं लगी तो भारत की दर 27 मार्च तक अमेरिका और 2 अप्रैल तक ब्राजील से आगे निकल जाएगी. अभी ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा कोविड का हॉटस्पॉट है और यहां औसतन हर दिन 75570 नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं अमेरिका में पिछले सप्ताह हर दिन कोविड-19 के औसतन 54141 नए मामले सामने आए थे.
क्या दूसरी लहर में मर रहे हैं कम लोग?
देश भर में 1 करोड़ 15 लाख 54 हजार 894 कोरोना संक्रमित लोगों में से मंगलवार रात तक कुल 1 लाख 59 हजार 615 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना वायरस की वजह से भारत में मौत की दर 1.4 प्रतिशत पर मौजूद है. ये रेट अक्टूबर 2020 से अब तक इतनी बनी हुई है. हालांकि संक्रमण शुरू होने के बाद इसमें लगातार सुधार हुआ है. पिछले साल जून के अंत तक मौत की दर 3 प्रतिशत थी, जो सितंबर में कम होकर 1.6 प्रतिशत हो गई. पिछले छह महीनों में कोरोना से होने वाली मौतों की दर 1.1 प्रतिशत है.
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