भोपाल: प्यारे मियां द्वारा नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म व पीड़ितों में से एक बच्ची की मौत के मामले में गठित विशेष जांच दल (SIT) ने अपनी रिपोर्ट पुलिस महानिदेशक (DGP) को सौंप दी है. एसआईटी रिपोर्ट के अनुसार शेल्टर होम में 17 वर्षीय नाबालिग की मौत नींद की गोलियां खाने से हुई थी. साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बच्चियों का शेल्टर होम में अच्छे से ख्याल भी नहीं रखा जाता था. इसके अलावा शेल्टर होम अधीक्षिका और केयर टेकर द्वारा भी लापरवाही बरता जाता था. इसमें बड़ी लापरवाही यह रही कि बालिका आश्रय गृह के जिम्मेदारों ने उसे अस्पताल ले जाने में देरी की थी. अगर बच्ची को समय पर इलाज मिल जाता तो वह बच सकती थी.
विशेष जांच दल (SIT) के सदस्यों ने मामले से संबंधित लगभग सभी पक्षों के बयान, फोरेंसिक रिपोर्ट और पुलिस द्वारा जुटाए गए तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है. SIT को यह रिपोर्ट दस दिन में देनी थी, लेकिन DGP को यह रिपोर्ट करीब डेढ़ माह बाद दी गई है. अब DGP द्वारा इस रिपोर्ट को गृह विभाग को दिया जाएगा.
क्या है मामला ?
दरअसल, प्यारे मियां यौन शोषण मामले की शिकार 6 बच्चियों को सुरक्षा व बेहतर देखभाल की दृष्टि से बालिका गृह, नेहरू नगर में रखा गया था. इनमें से एक 17 वर्षीय नाबालिग पीड़िता की हमीदिया अस्पताल में जनवरी में मौत हो गई थी. पीड़िता बालिका गृह में रह रही थी, जहां उसने ढेर सारी नींद की गोलियों खा ली थी. हालत गंभीर होने के कारण उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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