गांधीनगर: गुजरात विधान सभा में बुधवार को मूंगफली की खरीद के विषय पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) और विपक्ष के नेता परेश धनानी (Paresh Dhanani) के बीच गरमागरम बहस हुई. विधान सभा के प्रश्नकाल के दौरान परेश धनानी ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि खरीद केंद्रों से किसानों को इस आधार पर लौटा दिया जाता है कि बिक्री के लिए उनके द्वारा लाई गई मूंगफली में बहुत अधिक कंकड़ और बालू है.
कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
परेश धनानी (Paresh Dhanani) ने कहा, ‘खरीद नहीं होने के बाद किसान उसे वापस नहीं ले जा पाते हैं, ऐसे में वे उसे बिचौलियों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम दाम पर बेचने के लिए बाध्य हो जाते हैं. ये बिचौलिए फिर उसे एमएसपी पर बेचते हैं और मुनाफा कमाते हैं.’ कांग्रेस के नेता ने कहा, ‘आप (भाजपा वाले) इस मूंगफली खरीद घोटाले में लिप्त हैं.’
विजय रूपाणी ने आरोप का खंडन किया
इस पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) ने आरोप का खंडन किया और कहा कि किसानों ने खरीद के बारे में कभी शिकायत नहीं की. उन्होंने कहा, ‘लाखों किसानों ने एमएसपी (MSP) पर बेचा है और सीधे उनके खातों में रकम अंतरित की गई है.’ उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार नहीं बल्कि केंद्रीय एजेंसी नेफेड किसानों से उनकी ऊपज खरीदती है.
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