Alexei Navalny के समर्थन में उतरे तीन देशों के Diplomats को Russia ने किया निष्कासित, तनाव बढ़ना तय

मॉस्को: राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी (Alexei Navalny) का समर्थन करने वालों से रूस (Russia) इस कदर नाराज है कि उसने तीन देशों के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है. इसमें जर्मनी, स्वीडन और पोलैंड के राजनयिक शामिल हैं. इन देशों के राजनयिकों ने नवलनी के समर्थन में आयोजित विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था.

Sweden ने किया आरोप से इनकार
रूसी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि तीनों राजनयिकों ने 23 जनवरी को आयोजित अवैध विरोध-प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था. इस वजह से इन्हें निष्काषित किया गया है. वहीं, स्वीडन ने इस बात से साफ इनकार किया है कि उसके राजनयिक ने किसी भी प्रदर्शन में भाग लिया. बता दें कि नवलनी को जर्मनी से रूस लौटने के बाद पिछले महीने गिरफ्तार कर लिया गया था. प्रोबेशन की शर्तों के उल्लंघन का दोषी करार देते हुए रूसी कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है.

Poland, Germany ने जताया विरोध
पोलैंड सरकार ने रूस के इस कदम की निंदा करते हुए कहा है कि सरकार को इस बारे में पुन: सोच-विचार करना चाहिए. पोलैंड के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि रूसी राजदूत को तलब करके बताया गया है कि पोलिश राजनयिक किसी प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे, वह केवल आधिकारिक कार्यों के लिए गए थे. इसी तरह, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने भी राजनयिकों के निष्कासन को पूरी तरह गलत बताया है. उधर, यूरोपीय यूनियन का कहना है कि रूस के साथ उसके रिश्ते सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. लिहाजा, माना जा रहा है कि यूरोपीय यूनियन के देश जल्द ही रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का ऐलान कर सकते हैं.

लगातार हो रहे Protest
रूस में एलेक्सी नवलनी की रिहाई के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं. रविवार को हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर उनकी रिहाई की मांग की थी. लगातार होने वाले इन प्रदर्शनों से क्रेमलिन परेशान है और पुलिस ने सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया है. पिछले कुछ साल में यह सबसे बड़ा एवं व्यापक प्रदर्शन है. गिरफ्तारियों पर नजर रखने वाले संगठन ओवीडी इन्फो के अनुसार, पुलिस ने विभिन्न शहरों में अब तक 260 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.

हाल ही में किया था बड़ा खुलासा

नवलनी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के घोर आलोचक हैं. कुछ वक्त पहले उन्होंने वीडियो पोस्ट कर पुतिन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने दावा किया था कि पुतिन के पास अरबों की हवेली है और वह सरकारी खजाना अपने शौक पर उड़ा रहे हैं. हालांकि, पुतिन ने इस आरोप से साफ इनकार किया है. पुतिन ने कहा कि उनके या उनके परिवार का कोई भी सदस्य इस हवेली का मालिक नहीं है. उधर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विपक्षी नेता की रिहाई की मांग की जा रही है. यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि नवलनी के साथ किया जा रहा अनुचित व्यवहार ब्रसेल्स और मॉस्को के बीच संबंधों में एक निम्न बिन्दु है.


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