मुरैना: मुरैना में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. 24 लोगों की मौत के बाद मुरैना में नूराबाद थाना इलाके के रैंचोली गांव में भी 18 जनवरी को दो युवकों की जहरीली शराब पीने के बाद मौत हो गई. जिसके बाद जिले में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या 26 हो गई है.
जानकारी के मुताबिक 18 जनवरी की शाम संतीश ने शराब पी थी. जिसके बाद उसे दिखाई देना बंद हो गया. उसे इलाज के लिए ग्वालियर ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दूसरे व्यक्ति का नाम उग्र सिंह है और वह राजस्थान का रहने वाला है. वह रैंचोली गांव की खदान में मजदुरी करता था. जहरीली शराब पीने से उसकी भी तबीयत बिगड़ी और इलाज के लिए मुरैना ले जाते वक्त रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. दोनों का अंतिम संस्कार देर रात किया गया.
जहरीली शराब से हुई मौतों पर आबकारी अधिकारी एनके पारीक का कहना है कि आबकारी विभाग लगातार गांव-गांव मुनादी पिटवा रहा है. जिसमें लोगों को पुरानी शराब का सेवन करने के लिए मना किया जा रहा है. बावजूद इसके लोग जहरीली शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं. आबकारी अधिकारी का कहना है कि दो लोगों की मौत हुई है, लेकिन शराब के सेवन से हुई या नहीं इसका पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी.
जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद से प्रशासन सख्ती बरत रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने एक्शन लेते हुए मुरैना कलेक्टर और एसपी को हटा दिया. डिंडौरी कलेक्टर बी कार्तिकेयन को अस्थाई तौर पर मुरैना का कलेक्टर बनाया गया है. साथ ही छेरा गांव पुलिस को लाइन अटैच कर दिया गया. मुरैना शराब कांड के मुख्य आरोपी मुकेश का घर जमींदोज कर दिया गया है.
आपको को बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत हुई है. इससे पहले उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, उससे पहले लॉकडाउन के दौरान रतलाम जिले में अवैध जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई थी.
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