इंदौर (मध्यप्रदेश): कोरोना से जूझ रहे देश में एक बीमारी ने भी एंट्री कर ली है. मध्य प्रदेश में इंदौर (Indore) के एक हरे-भरे इलाके में हाल ही में मृत पाए गए कौओं में शुक्रवार को बर्ड फ्लू (Bird flu) के वायरस की पुष्टि हुई. इससे सतर्क प्रशासन ने सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है.
कॉलेज परिसर में मरे मिले थे कौए
जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) पूर्णिमा गडरिया ने कहा,’रेसीडेंसी क्षेत्र के स्कूल डेली कॉलेज के परिसर में मंगलवार को करीब 50 कौए मृत पाए गए थे. पशु चिकित्सा विभाग ने इनमें से कुछ कौओं के शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के दौरान नमूने लेकर भोपाल की एक प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई, तो इनमें बर्ड फ्लू (Bird flu) फैलाने वाले वायरस एच5एन8 की पुष्टि हुई.’
सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की खोज शुरू
उन्होंने बताया कि रेसीडेंसी क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को खोजने के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है. इन मरीजों के नमूने लिए जाएंगे और इन्हें बर्ड फ्लू (Bird flu) की जांच के लिए भेजा जाएगा. पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया, ‘डेली कॉलेज परिसर में शुक्रवार को मरे मिले सभी कौओं को सुरक्षित वैज्ञानिक विधि से दफना दिया गया है. हरियाली से भरे रेसीडेंसी क्षेत्र में हजारों कौओं का बसेरा है. इस क्षेत्र में मरे कौओं को खोजने का अभियान अगले कुछ दिनों तक जारी जारी रहेगा.’
शहर के पॉश इलाके में आता है रेसीडेंसी क्षेत्र
बता दें कि इंदौर (Indore) का रेसीडेंसी क्षेत्र, शहर के पॉश इलाकों में शुमार होता है. इस इलाके में पुलिस और प्रशासन के आला अफसरों के साथ न्यायाधीशों के भी बंगले हैं. कौओं में बर्ड फ्लू (Bird flu) के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने इलाके में सैनिटाइजेशन का काम भी तेज कर दिया है. इसके साथ ही बाकी इलाकों में भी बीमार या मृत पक्षियों को ढूंढने का अभियान शुरू कर दिया गया है.
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