भोपाल: आज से मध्य प्रदेश सरकार भोपाल-देवास रोड पर तीनों टोल नाकों की सभी लेन पर फास्टैग अनिवार्य कर देगी. प्रदेश के शेष 92 टोल की एक अप और एक डाउन लेन को फास्टैग किया जा रहा है. मध्य प्रदेश राज्य सड़क विकास निगम ने सभी कंसेशनायरों को लेन फास्टैग करने के लिए कह दिया है. भोपाल-देवास के बाद बाकी सड़कों के सभी टोल की तमाम लेन भी धीरे-धीरे फास्टैग हो जाएंगी.
पेट्रोल पंपों, डाकघर और बैंकों में फास्टैग सुविधा मिल रही
मध्य प्रदेश में वाहन मालिक अपनी गाड़ियों में यह नया सिस्टम जल्द से जल्द इंस्टॉल करा लें इसके लिए पेट्रोल पंपों, डाकघर और बैंकों में फास्टैग सुविधा दी जा रही है. फास्टैग सुविधा के लिए सड़क विकास निगम का अनुबंध इंडिया हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड से हो गया है. मध्य प्रदेश में 75 सड़कें बीओटी पर बनी हैं, जिनके टोल फास्टैग होने का खर्च इंडिया हाईवे मैनेजमेंट 50 फीसदी या अधिकतम 20 लाख रुपए उठाएगी.
भोपाल बायपास की आठ लेन फास्टैग होंगी
शेष 20 सड़कें ओएमटी पर हैं, सड़क विकास निगम जिनके टोल खुद के खर्च पर फास्टैग करेगा. भोपाल बायपास की सोलह लेन (4 जाना, 4आना) फास्टैग होंगी. इस बायपास पर 2 टोल (ग्यारह मील व मुबारकपुर) हैं, जो सड़क विकास निगम के पास हैं. फास्टैग किए जाने के टेंडर जारी हो गए हैं. इस काम के लिए एजेंसी भी तय की जा चुकी है. माना जा रहा है कि एक.दो माह में भोपाल बायपास के दोनों टोल पर फास्टैग लेन शुरू हो जाएंगी.
हर टोल पर एक लेन हाईब्रिड फास्टैग होगी
फास्टैग लेन के साथ एक लेन को हर टोल पर हाईब्रिड फास्टैग बनाया जा रहा है. इससे फास्टैग कार्ड धारकों के साथ ऐसे लोग भी गुजर सकेंगे, जिनके वाहनों पर फास्टैग कार्ड नहीं है. हालांकि यह सुविधा तब तक के लिए होगी, जब तक सारे वाहन फास्टैग नहीं हो जाते.
जानिए क्या है फास्टैग सिस्टम, यह क्यों है जरूरी?
टोल नाकों पर लगने वाले जाम और होनेवाली अन्य तरह की परेशानियों का हल निकालने के लिए नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया है. इसको फास्टैग कहते हैं. फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी, जिसे धीरे.धीरे पूरे देश के टोल नाकों पर लागू किया जा रहा है.
गाड़ी में होगा फास्टैग तो बिना रुके भरेंगे टोल टैक्स
फास्टैग सिस्टम की मदद से आपको टोल नाका पर टैक्स देने के लिए अपनी गाड़ी रोकनी नहीं पड़ेगी. आप गाड़ी लेकर टोल नाका से गुजरेंगे और फास्टैग की मदद से बिना रुके टैक्स भी दें सकेंगे. इसके लिए आपको बस अपने वाहन में फास्टैग सिस्टम लगाना होगा. लगभग हर राज्य में फास्टैग सिस्टम बैंकों, डाकघरों और पेट्रोल पंपों पर मिल रहा है.
गाड़ी में कहां लगता है फास्टैग, कैसे करता है काम?
फास्टैग गाड़ी के विंडस्क्रीन में लगाया जाता है. इसमें रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन आरएफआईडी लगा होता है. आपकी गाड़ी जैसे ही टोल नाका से गुजरती है तो वहां लगा सेंसर आपके फास्टैग से कनेक्ट हो जाता है और अकाउंट से जो टैक्स होता है उतना पैसा डिडक्ट हो जाता है फास्टैग अकांउट को रिचार्ज कर सकते हैं, जैसे अपना मोबाइल फोन रिजार्ज करते हैं. फास्टैग की वैधता 5 वर्ष तक की होगी यानी एक बार इसे लगवाने के 5 वर्ष बाद आपको नया फास्टैग इंस्टॉल करवाना होगा.
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