ब्रिटेन में मिले नए Covid स्ट्रेन को लेकर MP और CG अलर्ट पर, विदेश यात्रियों के लिए एडवाजरी जारी

रायपुर/भोपालः ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर भारत की केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारें भी सतर्क हो गई हैं. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने अपने यहां हाल फिलहाल ब्रिटेन की यात्रा से लौटे लोगों को आगे बढ़कर जानकारी देने और कोविड टेस्ट कराने की अपील की है. साथ ही दोनों राज्यों ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर अपने यहां के उन यात्रियों की जानकारी मांगी है जो ब्रिटेन या उसके आसपास के दशों की यात्रा से लौटे हैं. 

एमपी में ब्रिटेन यात्रा से लौटे 92 यात्रियों की पहचान हुई, सभी कोविड नेगेटिव हैं
एमपी में दिसंबर महीने में कुल 92 लोग ब्रिटेन की यात्रा से लौटे हैं, जिनमें सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इंदौर के 34, भोपाल के 20, जबलपुर के 11, ग्वालियर के 8 लोग ब्रिटेन यात्रा से लौटे. बाकी 19 लोग अन्य जिलों के रहने वाले हैं. केंद्रीय गाइड लाइन के मुताबिक इन सभी लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है. ब्रिटेन से लौटे यात्रियों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा है. इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने विदेश मंत्री को पत्र लिखकर ब्रिटेन से लौटे लोगों की जानकारी मांगी है. साथ ही कलेक्टर इंदौर को अलर्ट रहने की गुजारिश की है.

भूपेश सरकार ने विदेश यात्रा से लौटे लोगों को जानकारी साझा करने के लिए कहा
इधर भूपेश सरकार ने यूनाईटेड किंगडम की यात्रा कर छत्तीसगढ़ आए यात्रियों को टोल फ्री नंबर 104 पर जानकारी देने की अपील की है. कोरोना के नए स्ट्रेन से बचाव के लिए 25 नवंबर से  23 दिसंबर के बीच यूनाइटेड किंगडम की यात्रा कर लौटने वालों से सरकार ने अपनी जानकारी साझा करने के लिए कहा है. साथ ही विदेश यात्रा से लौट रहे यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही आर.टी.पी.सी.आर टेस्ट कराने की व्यवस्था की गई है. यात्रियों को कोविड टेस्ट के 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है.

क्या है ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन?
ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बहुत तेजी से लोगों में फैल रहा है. यह पहली बार सितंबर महीने में दक्षिण.पूर्वी इंग्लैंड में सामने आया था. अब इस नए कोविड स्ट्रेन ने बहुत तेजी से ब्रिटेन के अन्य क्षेत्रों को अपनी चपेट में ले लिया है. ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस में हुए नए म्यूटेशन को एन501वाई के रूप में पहचाना है. यहां के स्वास्थ्य सचिव मैट हैंकॉक के मुताबिक ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने 60 स्थानीय क्षेत्रों के 1100 लोगों में वायरस के म्यूटेशन का पता लगाया है. कंसोर्टियम फॉर कोविड.19 जीनोमिक्स म्यूटेशन को ट्रैक कर रहा है. 

नए कोरोना स्ट्रेन के खिलाफ निष्प्रभावी होंगी वैक्सीन?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस बेंगलुरु में न्यूरो वॉयरोलाजी के प्रमुख रह चुके प्रो वी रवि के मुताबिक कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन यानी परिवर्तन की संभावना है. स्पाइक प्रोटीन के एक हिस्से में अकेला न्यूक्लियोटाइड परिवर्तन हुआ है. बहुत सी कोरोना वायरस वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन को लक्ष्य में रखते हुए एंटीबॉडी बनाती हैं. वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन के कई क्षेत्रों को लक्षित करती हैं, जबकि वायरस में म्यूटेशन सिर्फ एक बिंदु  पर होता दिखाई दे रहा है. इसलिए यदि वायरस में एक म्यूटेशन है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि वैक्सीन काम नहीं करेगी.


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