वॉशिंगटन: चांद (Moon) पर कार रेसिंग होने जा रही है. भले ही आपको सुनने में थोड़ा अटपटा लगे, लेकिन यह खबर पूरी तरह सही है. इस रेस की सबसे ज्यादा खास बात यह है कि इसमें वैज्ञानिक नहीं बल्कि हाईस्कूल के छात्र शामिल होंगे. यह पहला मौका है जब चांद की सतह पर रिमोट कंट्रोल कार रेसिंग (Car Racing) होने जा रही है. अमेरिकी कंपनी मून मार्क (Moon Mark) इस प्रतियोगिता को आयोजित कर रही है. इसके लिए एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेस एक्स की भी मदद ली जाएगी.
टीमों का चुनाव जारी
स्पेस एक्स (SpaceX) के रॉकेट फाल्कन-9 की मदद से दो रोबोटिक कारें चांद (Moon) की सतह पर भेजी जाएंगी. इस प्रतियोगिता के लिए दुनियाभर के हाईस्कूल के छात्रों की टीमें चुनी जा रही हैं. इन टीमों में पांच-पांच सदस्य होंगे. अंतिम दौर तक पहुंचने वाली छह टीमों के बीच मुकाबला होगा और उसमें से दो विजेता चांद पर रेसिंग में शामिल होंगे. विजेता टीम को हाइब्रिड स्पोर्ट्स कार ‘मैक्लेरेन पी-1’ के डिजाइनर फ्रेंक स्टीफेन्सन (Frank Stephenson) के साथ मिलकर एक और कार डिजाइन करने का मौका भी मिलेगा.
WiFi से नियंत्रित होंगी Cars
एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी SpaceX 2.5-2.5 किलो वजनी दो कारों को अक्टूबर 2021 में चांद की सतह पर उतारेगी. इन कारों को धरती से वाईफाई और टेलीमेट्री के जरिए नियंत्रित किया जाएगा. मून मार्क की तरफ से बताया गया है कि ये कारें चांद पर कम ग्रेविटी वाले हिस्से में रेस लगाएंगी. हालांकि, कंपनी ने फिलहाल इस रेस के ट्रैक और लागत के बारे में पूरी तरह खुलासा नहीं किया है.
एक अनुमान के मुताबिक, इस प्रतियोगिता के आयोजन में लगभग 74 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. अक्टूबर 2021 में कारों को चांद की सहत पर भेजने के बाद आगे की तैयारी पूरी की जाएगी और अगले साल के अंत में हाईस्कूल के छात्र चांद पर कार रेसिंग करेंगे. मून मार्क और SpaceX इस अनोखे प्रोजेक्ट को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
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