तेहरान: ईरान (Iran) ने अपने वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. वैज्ञानिक की तेहरान के निकट हत्या कर दी गयी थी. हमलावरों ने पहले उनकी गाड़ी को घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की और हमले के बाद एक विस्फोटक पदार्थ से भरी गाड़ी को भी ब्लास्ट करके उड़ा दिया.
US ने लगाया था प्रतिबंध
मोहसिन फखरीजादेह (Mohsen Fakhrizadeh) की हत्या से ईरान (Iran) बुरी तरह बौखला गया है. ईरानी रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वैज्ञानिक की हत्या में निश्चित तौर पर इजरायल (Israel) का हाथ है और ईरान खामोश नहीं बैठेगा. बता दें कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाने वाले फखरीजादेह पर अमेरिका ने 2008 में कई प्रतिबंध लगाये थे. वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फखरीजादेह को ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम का जनक बताया था.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निशाना
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि परमाणु वैज्ञानिक की हत्या में इजरायली भूमिका के संकेत मिले हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस कायरतापूर्ण वारदात को अंजाम देकर हत्यारों ने साबित कर दिया है कि वह भड़काऊ कार्रवाई चाहते हैं. जरीफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपने शर्मनाक दोहरे मानदंड को समाप्त करके इस हमले की निंदा करनी चाहिए.
खामोश नहीं बैठेंगे
ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी ने परमाणु वैज्ञानिक की मौत को देश के लिए बड़ा अघात बताते हुए दोषियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि जो कोई भी इस हत्याकांड में शामिल है उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. हम खामोश नहीं बैठेंगे, बदला लेंगे. स्टेट एजेंसी IRNA के मुताबिक, बाघेरी ने कहा, ‘हम देशवासियों को विश्वास दिलाते हैं कि हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक दोषियों को दण्डित नहीं कर देते’.
इजरायल ने साधी चुप्पी
फखरीजादेह की हत्या ऐसे समय हुई है जब जो बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करने वाले हैं. बाइडेन ने ईरान के साथ नए सिरे से बातचीत की बात कही थी, लेकिन मौजूदा घटनाक्रम के बाद उनके लिए ईरान को वार्ता की मेज पर लाना आसान नहीं होगा. गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप शासन में अमेरिका और ईरान के रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं. वहीं, इजरायल ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
बिजली की तरह टूटेंगे
ईरान के सर्वोच्च नेता और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स में एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी हुसैनी देहघन (Hossein Dehghan) ने कहा है कि इजरायल ने हमारे वैज्ञानिक की हत्या करके युद्ध को भड़काने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा की अमेरिका और इजरायल ईरान पर दबाव बनाते रहे हैं, लेकिन आज इजरायल ने परमाणु वैज्ञानिक की हत्या करके यह साफ कर दिया है कि वो युद्ध भड़काना चाहता है. हुसैनी ने चेतावनी देते हुए आगे कहा कि हम हत्यारों पर बिजली की तरह टूटेंगे और बदला लेंगे.
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