पेरिस: फ्रांस (France) के विरोध में प्रदर्शन दुनिया के कई देशों में चल रहे हैं. कई देशों के मुखिया खुलेआम फ्रांस को धमकी दे रहे हैं. फ्रांस के खिलाफ नये मोर्चे में हर दिन कोई ना कोई देश शामिल हो रहा है और फ्रांस के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहा है. ऐसे में खुद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने कतर बेस्ड एक चैनल (Qatar Based News Channel) से बातचीत में कट्टरपंथियों को आड़े हाथों लिया.
हिंसा जायज नहीं: इमैनुएल मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (President Emmanuel Macron) ने कहा कि मोहम्मद साहब के कार्टून से धार्मिक लोगों को झटका लग सकता है, उन्हें दुख भी पहुंच सकता है. लेकिन इसकी आड़ में हिंसा किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने फ्रांस का विरोध और उसके सामानों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले धार्मिक-राजनीतिक नेताओं (Religious-Political leaders) पर भी पलटवार किया. उन्होंने ऐसे लोगों, समूहों को लताड़ लगाई और कहा कि फ्रांस का बहिष्कार करने वाले लोग प्राइवेट आर्मी (Private Army) की तरह हैं, जिनसे फ्रांस का कुछ नहीं बिगड़ने वाला.
72 घंटे में दूसरी बार चर्च पर हमला
इस बीच 72 घंटे में फ्रांस में चर्च पर दूसरी बार हमला हुआ है. शनिवार को लियोन शहर (Leone City) में शॉटगन से लैस एक बंदूकधारी ने ऑर्थोडॉक्स पादरी को गोली मार दी. गंभीर रूप से घायल पादरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि हमलावर अब भी फरार है. वारदात के बाद फ्रांस के आंतरिक मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा,’दक्षिण-पूर्वी शहर लियोन में यह घटना हुई है. सुरक्षा और आपातकालीन कर्मी घटनास्थल पर हैं. लोगों से अपील है कि वो घटना वाली जगह से दूर रहें. मामले की जांच की जा रही है. इससे तीन दिन पहले भी ट्यूनिशयाई मूल के आतंकी ने नीस के चर्च पर चाकू से हमला किया था. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. नीस शहर में उस शख्स ने पहले मजहबी नारे लगाए और फिर आम लोगों पर चाकू से हमला कर दिया. ऐसी ही मजहबी कट्टरता ने कुछ दिन पहले एक टीचर की भी हत्या कर दी थी.
फ्रांस का कट्टरता के खिलाफ जंग का ऐलान
फ्रांस ने भी अब इस कट्टरता के ख़िलाफ आर पार की जंग का ऐलान कर दिया है. अपने देश में चल रही कट्टरवाद की एक एक कंपनी पर अब फ्रांस कहर बनकर टूटा है. धर्म का एजेंडा चलाने वाली एक मस्जिदों को बंद करा दिया है. 120 से ज्यादा स्थानों और संगठनों की तलाशियां ली गईं. 200 से ज्यादा कट्टरपंथियों की पहचान करके उन्हें देश से बाहर निकालने की तैयारी भी हो रही है. फ्रांस की यही कार्रवाई से विश्व के कई मुस्लिम देशों को चुभ रही है. ये देश फ्रांस के खिलाफ हो गए हैं, लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति ने ट्वीट से उनको भी करारा जवाब दिया. उन्होंने लिखा, ‘मेरी जिम्मेदारी फ्रांस के लोगों की रक्षा करना है. किसी भी तरह के विवादों के बावजूद, निर्णय लेने में कठिनाई के बावजूद मैं इसे पूरी तरह से मानता हूं.’
भारत समेत कई देश फ्रांस के साथ
राष्ट्रवाद को बचाने के लिए कट्टरवाद के ख़िलाफ़ फ्रांस की इस जंग में हिंदुस्तान समेत कई देश साथ साथ हैं. हर वो देश जिसने कट्टरवाद का दंश झेला है. हर वो देश जिसने आतंक का सामना किया है, आज फ्रांस के साथ है और तब तक साथ है जब तक कि कट्टरवाद का संपूर्ण अंत ना हो जाए.
facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें