कमला हैरिस का डोनाल्ड ट्रंप पर पलटवार, अपनी भारतीय मां का भी किया जिक्र

वॉशिंगटन: भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस (Kamala Harris) को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाये जाने के बाद से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) खासे बेचैन हैं. उन्होंने इसके लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की आलोचना करते हुए हैरिस पर भी निशाना साधा था, अब हैरिस ने पलटवार किया है.

कमला हैरिस ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका एक अच्छे नेतृत्व के लिए तरस रहा है. उन्होंने कोरोना महामारी से निपटने में ट्रंप प्रशासन की अक्षमताओं पर भी प्रकाश डाला. हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप कोरोना को सही ढंग से संभालने में नाकाम रहे हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतान पड़ रहा है. इस दौरान, उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन (Joe Biden) की भी तारीफ की.

कमला हैरिस ने आगे कहा कि ट्रंप एक ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिन्हें उन लोगों से ज्यादा खुद की परवाह है, जिन्होंने उन्हें वाइट हाउस पहुंचाया. डेलावेयर के विलिंगटन में अपने भाषण में उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के खिलाफ जो आरोप लगाये गए हैं, वे स्पष्ट हैं. ट्रंप सरकार में अमेरिकी नस्लवाद और अन्याय का अनुभव कर रहे हैं. वे सड़कों पर उतर रहे हैं, क्योंकि वह अब बदलाव चाहते हैं.

उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैरिस ने इस दौरान भारत के साथ अपने रिश्तों का भी उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि किस तरह उनके अफ्रीकी पिता और भारतीय मां की मुलाकात हुई. उन्होंने कहा, ‘मेरी मां और पिता दुनिया के दो अलग-अलग हिस्सों से उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका आये थे, लेकिन, 1960 के दशक के नागरिक अधिकार आंदोलन के चलते दोनों की मुलाकात हुई. स्टूडेंट के रूप में उन्होंने न्याय के लिए संघर्ष और वह संघर्ष आज भी जारी है.

गौरतलब है कि ट्रंप ने हैरिस को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने पर हैरानी जताई थी. उन्होंने कहा था, ‘हम देखेंगे कि हैरिस कैसे काम करती हैं. उन्होंने प्राइमरी में बेहद खराब प्रदर्शन किया था जबकि उनसे और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी. उनकी सोच टैक्‍स को बढ़ाने वाली और सेना के बजट को कम करने वाली है’.

भारतीयों को लुभाने की कोशिश
अमेरिकी चुनाव में भारतीयों की भूमिका किसी से छिपी नहीं है, इसलिए दोनों ही पार्टियां भारतीयों को लुभाने में लगी हैं. उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में कमला हैरिस को शामिल करना भी इसी रणनीति का हिस्सा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन भी भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं और उन्हें समझा रहे हैं कि कैसे वे उनके हितों की रक्षा कर सकते हैं. बिडेन जहां H-1B वीजा को लेकर भारतीयों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं रिपब्लिकन पार्टी की कोशिश ‘ग्रीन कार्ड’ के सहारे भारतीय वोटरों को अपने खेमे में लाने के है.


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