नई दिल्ली: राजस्थान (Rajasthan) में चल रही सियासी उठापटक के बीच हालात तेजी से बदल रहे हैं. राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) आज कांग्रेस (Congress) के 19 बागी विधायकों की अयोग्यता नोटिस के खिलाफ दायर याचिका पर फैसला सुनाएगा. बता दें कि गुरुवार को हुई सुनवाई में सचिन पायलट (Sachin Pilot) गुट के विधायक पृथ्वीराज मीणा (Prithviraj Meena) ने याचिका दाखिल कर केंद्र सरकार को भी मामले में पक्षकार बनाने की मांग की थी. जिस पर भी आज फैसला आ सकता है.
इसी बीच माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) आज फ्लोर टेस्ट (Floor Test) कराने को लेकर ऐलान कर सकते हैं. सीएम गहलोत ने कल राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) से मुलाकात की है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि सरकार को कोई संकट नहीं हैं और वो जल्द ही बहुमत साबित कर लेंगे. वहीं पायलट गुट का मानना है कि सरकार अल्पमत है और ये जल्द ही गिर जाएगी.
इस मामले में राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) सोमवार को सुनवाई करेगा. गुरुवार को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि चुने गए विधायकों को असहमति का अधिकार है. असंतोष दबाने से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाईकोर्ट के उस फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसमें बागी विधायकों पर कार्रवाई के लिए स्पीकर पर 24 जुलाई तक रोक लगाई गई है.
फिलहाल गहलोत और पायलट दोनों गुटों ने अपने-अपने विधायकों को सुरक्षित स्थानों पर रखा हुआ है. गहलोत गुट के विधायक राजस्थान के पास फेयरमोंट होटल (Hotel Fairmont Jaipur) में ठहरे हैं. वहीं पायलट गुट के विधायक दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में हैं. ये लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं. दोनों गुट के नेता फ्लोर टेस्ट होने तक बाहर आने से भी बच रहे हैं. माना जा रहा है कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद राजस्थान की राजनीति का पहिया तेजी से घूमेगा. इसे लेकर दोनों गुट अपने अपने खेमे में आगे की रणनीति बनाने में जुटे हैं.
facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें