भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने चौथे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार गुरुवार को करने जा रहे हैं. मंडल विस्तार में कुल 28 मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. राजभवन में इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मंत्री पद की शपथ लेने वालों में भाजपा के 16, सिंधिया समर्थक 9 और कांग्रेस से भाजपा में आए 3 नेता शामिल हैं.
इन्हें मिला मौका
शिवराज सिंह के पिछले मंत्रिमंडल के प्रमुख चेहरों गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, विजय शाह के साथ इस बार नए नेताओं को मौका दिया जा रहा है. भाजपा के कुल 16 नेताओं में 7 शिवराज की पिछली कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं, वहीं 9 नए चेहरे हैं जो पहली बार मंत्री पद की शपथ लेंगे. सिंधिया समर्थक 9 नेता भी शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनेंगे. वहीं, कांग्रेस से भाजपा में आए 3 नेताओं को भी शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल करने पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी सहमति दी है.
शिवराज की कैबिनेट में बढ़ेगा सिंधिया का कद, उनके खेमे से ये 9 नेता बनेंगे मंत्री
ये नहीं बन पाएंगे मंत्री
इस बार शिवराज की पिछली कैबिनेट में मंत्री रहे पारस जैन, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, राजेंद्र शुक्ला, संजय पाठक, जालम सिंह पटेल और सुरेंद्र पटवा के नामों पर विचार नहीं किया गया है. केंद्रीय नेतृत्व के फैसले के साथ प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे बीते बुधवार को भोपाल पहुंचे. सहस्त्रबुद्धे ने सीएम निवास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ चर्चा करने के बाद 16 नामों पर मुहर लगाई.
भाजपा के ये 16 नेता लेंगे मंत्री पद की शपथ
1. गोपाल भार्गव
2. भूपेंद्र सिंह
3. यशोधरा राजे सिंधिया
4. विजय शाह
5. जगदीश देवड़ा
6. बृजेंद्र प्रताप सिंह
7. विश्वास सारंग
8. प्रेम सिंह पटेल
9. इंदर सिंह परमार
10. ऊषा ठाकुर
11. ओम प्रकाश सकलेचा
12. भारत सिंह कुशवाह
13. रामकिशोर कांवरे
14. मोहन यादव
15. अरविंद भदौरिया
16. राम खिलावन पटेल
सिंधिया समर्थक ये 9 नेता लेंगे मंत्री पद की शपथ
17. राजवर्धन सिंह
18. प्रदुम्न सिंह तोमर
19. इमरती देवी
20. महेंद्र सिसोदिया
21. गिरिराज दंडोतिया
22. सुरेश धाकड़
23. ओपी एस भदौरिया
24. प्रभुराम चौधरी
25. ब्रिजेंद्र सिंह यादव
कांग्रेस से भाजपा में आए ये 3 नेता लेंगे मंत्री पद की शपथ
26. बिसाहू लाल सिंह
27. एंदल सिंह कंसाना
28 . हरदीप सिंह डंगआपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बगावत के बाद ही बीते 20 मार्च को मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ से टकराव के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था. उनके समर्थन में कांग्रेस के 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
सिंधिया और उनके समर्थकों ने कमलनाथ पर अपनी मनमर्जी चलाने और मध्य प्रदेश की जनता से किए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया था. अब सिंधिया भाजपा के टिकट पर राज्यसभा पहुंच चुके हैं और उनके 9 समर्थक नेता शिवराज कैबिनेट में शामिल हो रहे हैं. ऐसे में सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने के अपने फैसले को एक बार फिर सही ठहराने के मकसद से यह ट्वीट किया.
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