आज की नारी मजबूर नहीं मजबूत है : विनितीका

महिला संत समागम
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
आज की नारी मजबूर नहीं मजबूत है चाहे वह बहिन के रूप में, स्त्री के रूप में वह सहनशीलता की प्रतिमूर्ति की तरह हमेशा अग्रसर है। आज की नारी मानव कल्याण में किसी से कम नहीं है जहां संसार में नफरत की भावना दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है, वहीं स्त्री अपने ममत्व की भावना से प्यार प्रीत वाली सिखलाई व्दारा हर मानव का कल्याण कर रही है। आज का मानव इतनी दूरियां बढ़ा देता है कि प्रभू परमात्मा से दूर होके बैठा है।
यह विचार सीधी-रीवा में आयोजित निरंकारी महिला संत समागम में निरंकारी विद्वान विनितीका जुनेजा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज का इंसान स्त्री को देवी का दर्जा तो दे रहा है किंतु उस रूप में मान नहीं रहा है और इसके विपरीत जिन्होंने स्त्री को देवी का दर्जा दिया है उनके घरों में सुख शांति एवं समृद्धि का वातावरण है। निरंकारी मिशन महिला सत्संग का उद्देश्य इसीलिए है कि हर नारी इस सच के संदेश को जानकर अपने मूल रूप को पहचान सके। इस प्रचार यात्रा में विनीतिका जुनेजा , बहिन महक तलरेजा एवं बैरागढ़ के महात्मा आशीष वासवानी का आभार संयोजक रमेश अगरवानी एवं राजकुमारी ने किया।


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें