नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मिली करारी हार के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार (24 मार्च) को जहां सपा और बसपा के बीच ऐन मौके पर बने गठजोड़ को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं साथ ही कहा कि पार्टी ने हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए एक समिति गठित की है और पार्टी 2019 में 50 फीसदी वोट शेयर के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. उपचुनाव की तर्ज पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में धुर विरोधियों सपा और बसपा के गठजोड़ की संभावना से भाजपा का चुनावी गणित गड़बड़ाने संबंधी सवाल पर शाह ने कहा, ‘‘ये सरल नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया दो सीटों (गोरखपुर और फूलपुर) के नतीजों को लेकर बाग बाग है. कांग्रेस की ओर से संसद परिसर में मिठाई बांटी गई कि हमने उपचुनाव में आठ सीटें खोई हैं, लेकिन ये कोई नहीं कह रहा कि हमने उनसे 11 प्रदेश छीने हैं. कोई भी त्रिपुरा का नाम नहीं ले रहा, जहां दो हफ्ते पहले ही हमने भारी जीत हासिल की.’’
उपचुनाव स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रख कर लड़े जाते हैं
एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में शाह ने कहा, ‘‘हमने हार के कारणों की जांच के लिए कमेटी बनाई है और उसकी जो रिपोर्ट आएगी उस पर काम किया जाएगा. हमें यह ध्यान रखना होगा कि उपचुनाव स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रख कर लड़े जाते हैं, हर स्थानीय चुनाव का अलग परिदृश्य होता है, लेकिन आम चुनाव में बड़े नेता और बड़े मुद्दे शामिल होते हैं. साल 2019 में भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अधिक सीटें हासिल करेंगी.’’
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