सच संवाददाता ॥ उदयपुरा
लोक निर्माण रामपाल सिंह की बहू प्रीति रघुवंशी की खुदकुशी से उद्वेलित रघुवंशी समाज ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। इस मामले पर सोहागपुर से लेकर भोपाल तक पुतला दहन किए गए। वहीं इस संबंध में भोपाल से समाज के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर बाद उदयपुरा पहुंच रहा है। यहां मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने से फिलहाल इंकार कर दिया है। प्रीति के पिता चंदनसिंह का कहना है कि पुलिस एक सप्ताह बाद रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहकर मामले को टाल रही है। मुझे न्याय चाहिए, इंसाफ पाने की खातिर में किसी भी हद तक जा सकता हूं। इस घटना से नाराज होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में रघुवंशी समाज के लोगों ने आज मंत्री रामपाल सिंह का पुतला जलाया।
प्रीति की आत्महत्या से उदयपुरा में आज भी मातम पसरा रहा। चौक चौराहों से लेकर गली मोहल्लों तक हर जगह इसी मामले की चर्चा है। घटना से जहां आमजन दुखी है तो प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
रामपाल का पुतला जलाया
सोहागपुर। घटना से गुस्साए रघुवंशी समाज ने आज सोहागपुर में लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह का पुतला जलाया। समाज के राकेश चौधरी, राजकुमार रघुवंशी, नीरज चौधरी सहित आसपास के ग्रामों से समाजजन आज स्थानीय पलकमति पुल पर एकत्र हुए और मंत्री का पुतल दहन किया। समाजजनों का कहना है कि प्रीति की आत्महत्या के लिए मंत्री श्री सिंह सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि मंत्री रामपाल सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। समाजजनों का आरोप है बेटे के विवाह की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने दूसरी जगह सगाई की जिससे कुंठित होकर प्रीति को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा इसलिए मंत्री को बर्खास्त किया जाए।
प्रीति के चाचा के मोबाइल पर आया गिरिजेश का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल
मध्य प्रदेश पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह की बहू की खुदकुशी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अब मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश का एसएमएस सामने आया है।दरअसल, सूत्रों ने बताया है कि गिरजेश की सगाई की जानकारी मिलने के बाद लगातार मृतका प्रीति के परिजन गिरजेश और मंत्री रामपाल सिंह से संपर्क में थे। शादीशुदा गिरजेश की दूसरी सगाई होने से मृतका प्रीति दुखी थी। खुदकुशी की घटना से तीन दिन पहले ही गिरजेश ने प्रीति के चाचा को एसएमएस किया। गिरजेश ने एसएमएस कर कहा कि अपन कुछ करेंगे, टेंशन मत लो। बस प्रीति से अच्छे से पहले बात करो। इस एसएमएस से साफ है कि गिरजेश मामले में समझौता करना चाहता था। उसे पता था कि प्रीति कोई बड़ा कदम उठा सकती है। इसलिए उसने प्रीति के चाचा को समझाइश भरा एसएमएस भेजा। बताया जा रहा है कि सगाई होने के बाद गिरजेश और रामपाल सिंह की तरफ से प्रीति के परिजनों पर मामले में समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पैसों का लालच दिया गया। प्रीति के पिता और भाई को अस्पताल से निकालने की धमकी दी गई। सभी प्रयास मंत्री रामपाल सिंह के द्वारा किए गए। बता दें कि सगाई की जानकारी मिलने से दुखी होकर ही प्रीति ने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी।
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