च प्रतिनिधि ॥ भोपाल
राजधानी के जेपी अस्पताल में करीब महीने भर पहले आई सीटी स्केन मशीन का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। यह मशीन पीपीपी मोड पर लगाई गई है। मशीन शुरू नहीं हो पाने की वजह सिर्फ इतनी सी है कि संबंधित कंपनी और विभागीय अधिकारी इसका शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह से करवाना चाहते हैं। इसी फेर में इस जांच सुविधा का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।
जेपी अस्पताल की नई ओपीडी बिल्डिंग में सिद्धार्थ डायग्नोसिस सेंटर की ओर से मशीन स्थापित कर दी गई है। अस्पताल में मशीन करीब महीने भर पहले आ गई थी । सूत्रों का कहना है कि मशीन का स्ट्रालेशन सप्ताह भर पहले हो चुका है। लेकिन मरीजों को इसका लाभ विभागीय मंत्री द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद मिल सकेगा। पीपीपी मोड पर लगाई गई सीटी स्केन की जांच गरीब मरीजों के लिए मुफ्त रहेगी जबकि सामान्य मरीजों से शुल्क लिया जाएगा लेकिन यह बाजार से तीन गुना कम होगा।
गौरतलब है कि दुर्घटना में घायलों को सिर में चोट लगने, बे्रन हेमरेज की बीमारी, सिर से संबंधित बीमारियों, लीबर सहित अन्य बीमारियों के उपचार में सिटी स्केन मशीन की जांच की जरूरत पड़ती है। राजधानी में सरकारी अस्पताल में सिटी स्केन मशीन की जांच सुविधा वर्तमान में बीएमएचआरसी और कमला नेहरू अस्पताल में थी। जिनमें स्थिति यह है कि कमला नेहरू अस्पताल की मशीन करीब एक साल पहले खराब होकर कंडम घोषित कर दी गई है।
राजधानी के सरकारी अस्पतालों में सिटी स्केन जांच के लिए हमीदिया, जेपी, कमला नेहरू सहित अन्य अस्पतालों 20 से 25 मरीज पहुंचते हैं लेकिन सीटी स्केन जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से इन मरीजों को मजबूरन बाहर मंहगी दरों पर जांच कराना पड़ती है। जेपी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन के लग जाने से अब काफी हद तक मरीजों को राहत मिलेगी।
इंस्टालेशन में समय लगता है
मशीन का स्ट्रालेशन बेहद तकनीकी कार्य है इसलिए इसमें समय लगता है। शीघ्र ही मरीजों को इस सुविधा का लाभ मुहैया कराया जाएगा।
> डॉ. आईके चुग, सिविल सर्जन जेपी अस्पताल
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