भोपाल स्टेशन को मिलेगा फूड कोर्ट और लग्जरी वेटिंग रूम

सच संवाददाता ।। भोपाल
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए मॉल और होटल की तरह वेटिंग रूम तैयार किए जाएंगे। स्टेशन के प्लेटफार्म छह में फूड कोर्ट बनाया जाएगा। फाइव स्टार होटलों की तरह के लग्जरी वेटिंग रूम का निर्माण किया जाएगा। पार्किंग और कई आधुनिक सुविधाओं के लिए निजी कंपनियों को आमंत्रित किया गया है।
रेलवे बोर्ड ने रिडेवल्पमेंट के लिए देश के 600 स्टेशनों का चयन किया है, लेकिन इनमें 70 स्टेशनों को अब निजी कंपनी की जगह देश के 16 रेल जोन विकसित करेंगे। इसमें पश्चिम मध्य रेलवे जोन के भोपाल स्टेशन और जबलपुर स्टेशन में पैसेंजर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी । इसके साथ ही आधुनिक प्लेटफार्म, फूड कोर्ट बनाए जाएंगे जहां यात्री बैठ कर अपने परिवार के साथ खाना खा सकेंगे। इसके लिए रेलवे बोर्ड अलग से बजट देगा। भोपाल मंडल के अधिकारियों का कहना है कि स्टेशन पर पहले फूड प्लाजा बनाया जाना था , जीएम ने रिडेवलपमेंट प्लान में बदलाव करते हुए भोपाल स्टेशन और जबलपुर स्टेशनों पर फूड कोर्ट बनाने के लिए कहा है। इसके साथ ही लग्जरी वेटिंग रुम भी बनाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि बीते दिनों पहले बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया था कि ए 1 स्टेशनों पर चल रहे रिडेवलपमेंट में कुछ नए बदलाव किए जाए।
डीआरएम संभालेंगे स्टेशन को आधुनिक बनाने की जिम्मेदारी: मंडल की सीमा में आने वाले स्टेशनों को विकसित करने की जिम्मेदारी डीआरएम की होगी। भोपाल स्टेशन को विकसित करने के लिए डीआरएम शोभन चौधुरी इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। इसके लिए मंडल आर्किटेक्चर हायर करेगी। कई एजेंसियों और एक्सपर्ट की मदद से भोपाल को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए जाएंगे। इतना ही नहीं स्टेशन के डायरेक्टर को इसका नोडल अधिकारी बनाएगा जाएगा, जो सुविधाओं को बेहतर विकसित करने वाले कामों पर नजर रखेगा।
दिसंबर के पहले बताना होंगे बदलाव
स्टेशन पर होने वाले बदलाव और विकास की पूरी जानकारी तैयार करने का रेलवे बोर्ड ने समय भी तय कर दिया है। भोपाल स्टेशन में होने वाले कामों की जानकारी तैयार कर दिसंबर 2018 तक पश्चिम मध्य जोन को अपनी रिपोर्ट देगा। पश्चिम मध्य रेलवे यह जानकारी बोर्ड को देगा, जिसके लिए बजट स्वीकृत कर तेजी से काम शुरू होगा।
स्टेशन को मिलेंगे 15 से 20 करोड़
रेलवे बोर्ड ने जोन को स्टेशन के रिडेवलपमेंट की जिम्मेदारी दी है। इसके लिए बोर्ड, हर स्टेशन को विकसित करने और आधुनिक सुविधाएं जुटाने के लिए 15 से 20 करोड़ रुपए देगा। यह बजट सिर्फ रिडेवलपमेंट के तहत दिया जाएगा। इस बजट के दायरे में रहकर ही योजनाएं तैयार कर उन्हें पूरी करनी है।
पैसेंजर सुविधा में यह होगा
ठ्ठ पहले- स्टेशन द्वारा आधुनिक बनाने के लिए निजी कंपनी को 40 साल की लीज पर स्टेशन दिया जाना था।
अब- सुविधाएं आधुनिक होंगी, पर यह जिम्मेदारी निजी कंपनी नहीं रेलवे जोन और मंडल संभालेंगे।
फायदा- रेलवे के पास एक्सपर्ट की टीम है, जिसकी मदद से सुविधाएं बेहतर होंगी।
ठ्ठ पहले- रेलवे ने एजेंसी की मदद से स्टेशन पर इन्वेस्टमेंट करने वाली कंपनी की तलाश की जा रही थी।
अब- अब कंपनी की बजाए रेलवे मंडल के डीआरएम इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।
फायदा- काम में क्वलिटी और उनका उपयोग करने का अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा।
ठ्ठ पहले- लीज लेने वाली कंपनी को ही स्टेशन पर दवा, बुक, होटल, शॉप खोलनी थी।
अब – यह काम अब कंपनी नहीं रेलवे खुद करेगा, इसमें निजी कंपनी की मदद ली जाएगी।
फायदा- सामान सस्ता मिलेगा, रेलवे कमाई से ज्यादा सुविधाओं पर जोर देगा।
ठ्ठ पहले- स्टेशन को 40 साल की लीज पर लेने वाली कंपनी वसूली के लिए सुविधाएं महंगी करती।
अब – रेलवे फायदा से ज्यादा सुविधाएं देने पर जोर लगाएगा।
फायदा- पैसेंजर आसानी से इन सुवधिाओं का उपयोग करेंगे।
भोपाल स्टेशन ए 1 स्टेशन में शामिल है। स्टेशन के प्लेटफार्म छह का रिडेवलपमेंट चल रहा है। स्टेशन में यात्रियों के खाने के लिए फूड कोर्ट और आधुनिक वेटिंग रुम बनाया जाएगा। पश्चिम मध्य रेलवे जोन के भोपाल और जबलपुर स्टेशन को चुना गया था । इसका काम तेजी से चल रहा है।
शोभन चौधुरी , डीआरएम ,भोपाल


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