अपग्रेड होगी हमीदिया अस्पताल की कैथ लैब

h h get ==meena

शासन से मांगा अतिरिक्त बजट
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
हमीदिया अस्पताल में हार्ट के मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए हमीदिया की कैथ लेब को अपग्रेड किया जाएगा, ताकि दिल की बीमारी के मरीजों को उचित इलाज मिल सके। इसके लिए जीएमसी द्वारा शासन से अलग से बजट की मांग की गई है। गौरतलब है कि राजधानी सहित प्रदेश में दिल की बीमारी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि सरकारी अस्पतालों में दिल के रोगियों के उपचार की इतनी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।हार्ट की बीमारियों के रोगियों के लिए जांच उपरांत दिल के ब्लाकेज दूर करने के लिए एंजीयोप्लॉस्टी और ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत पड़ती है जिनमें इलाज के लिए निजी अस्पतालों में हर दिल के रोगी को डेढ़ लाख से पांच लाख रुपए तक का खर्चा आता है । यदि दिल के रोगियों का उपचार एवं जरूरत पडऩे पर ऑपरेशन सरकारी अस्पतालों में होने लगे तो अधिकतम खर्चा प्रति रोगी 1 लाख रुपए तक आएगा।
हालांकि बीपीएल मरीजों को शासन स्तर नि:शुल्क उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमीदिया अस्पताल में हृदय रोग के लिए अलग से ओटी बनाई जाएगी। कोई चार साल पहले हार्ट के उपचार में भोपाल मेमोरियल अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर बीएमएचआरसी में राजधानी के अन्य अस्पतालों से बेहतर उपचार किया जाता था। लेकिन इस अस्पताल से हार्ट रोग स्पेशलिस्टों के चले जाने से यहां की ह्दयरोग विभाग की यूनिट लगभग बंद होने की कगार पर है। जबकि वर्तमान में यह अस्पताल केन्द्र सरकार के अधीन है। यही हाल एम्स के भी हैं जहां ह्दयरोग विभाग सहित अन्य गंभीर बीमारियों के उपचार में वह स्पेशलाइजेशन नहीं आया है जिसके लिए एम्स जाना जाता है।
हमीदिया अस्पताल में कैथलैब का उन्नयन सहित अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है।
> डा एम. सी सोनगरा, डीन


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें