यात्रियों को बेस्वाद और मंहगा खाना परोस रहे रेलवे के लायसेंसी

लापरवाही ॥ आईआरसीटीसी नहीं कर रहा लायसेंसी वेंडर्स के खाने की जांच
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
ट्रेनों में यात्रियों से मुंह मांगे पैसे लेने के बाद भी रेलवे के वेडर यात्रियों को बेस्वाद और घटिया खाना परोसा रहे है। तय की गई रेट लिस्ट से दुगने दाम पर खाना बेचने पर आईआरसीटीसी और भोपाल मंडल के द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। वेंडर ताजा खाना देने की बजाय बासी और मंहगा खाना यात्री को परोसते है । आईआरसीटीसी ने जिन वेंडरों के लाइसेंस दिए है उनके खाने की जांच नहीं कर रहा है। जिसके चलते यात्री आए दिन बेस्वाद और मंहगे खाने की शिकायत कर रहे है।
भोपाल मंडल के सभी स्टेशनों और चलने वाली ट्रेनों से लगातार यात्रियों के द्वारा शिकायत की जा रही है। इसके बावजूद मंडल के द्वारा और आईआरसीटीसी वे लगाम और मनमाने वेडरों पर सिकंजा नही कस पा रही है। स्टेशन के फूड प्लाजा और लाइसेंसी वेडरों के द्वारा बेचे जा रहे खान-पान की सामग्रियों का सेम्पलिंग बंद कर दिया है। पेंट्रीकार का भी यहीं हाल है जहां खान देने के बाद शिकायत करने पर यात्री को वेडरों की खरी- खोटी सुननी पड़ती है। वेंडर आईआरसीटीसी की गाइनलाइन के बिना और मंहगा खाना यात्रियों को दे रहे है।
रेलवे बोर्ड ने हाल में ही आदेश जारी किया था। जिसमें यात्रियों के द्वारा मिल रही शिकायतों में सबसे ज्यादा स्टेशन और ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने की थी । वहीं साल 2017 में जारी हुई कैग की रिपोर्ट ने खुलासा करते हुए बताया था कि रेलवे में दिए जाने वाले खाना इंसान के खाने योग्य नहीं है। इस रिपोर्ट के बाद रेलवे के अधिकारियों ने वेंडरों पर रोक लगाने के साथ लाइसेंस निरस्त करने के आदेश दिए है। रिपोर्ट ने बताया था कि पश्चिम मध्य रेलवे के स्टेशनों और ट्रेनों में मिलने , परोसे जाने वाले खान-पान के आइटम खराब पाएं गए ।
खाना बेस्वाद दिया, कहा ठेकेदार से करो बात
मुबंई से बनारस जा रहे जितेंद्र मौर्य ने इटारसी स्टेशन से पहले रेलवे के कैटरिंग वेंडर से खाने की थाली के लिए सौ रुपए दिए । लेकिन खाना आने के बाद जब यात्री ने चखा तो सब्जी में नमक नही थी। दाल पानी की तरह थी और रोटी जली हुई थी । जिसके बारे में यात्री ने वेंडर से कहा कि ये कैसा बेस्वाद खाना है , वेंडर ने जवाब देते हुए कहा कि खाने के बारे में ठेकेदार से बात करो । यात्री ठेकेदार से बात करने के लिए उतरे , लेकिन ट्रेन चलने वाली थी। जिसके कारण यात्री ने बेस्वाद खाने की शिकायत और फोटो ट्विटर के माध्यम से शेयर की है।
जांच के नाम पर हो रही है खानापूर्ति
ट्रेनों की पेंट्रीकारों में जहां रेलवे सेम्पलिंग कर कार्रवाई की बात कर रहा है , वहीं पेंट्रीकार के वेंडर यात्रियों को बेस्वाद खाना परोस रहे हैं। रेलवे के अधिकारी सिर्फ दिखाने के लिए सेम्पलिंग कर रहे हैं, ताकि वरिष्ठ अधिकारियों को बताया जा सके कि यहां पेंट्रीकारों की जांच हो रही है।
50 का खाना 100 में
पेंट्रीकार में जिस खाने का मूल्य रेलवे ने 50 और 55 रुपए तय कर रखा है, उसके 100 और 110 रुपए तक वसूल किए जा रहे हैं। यही नहीं थाली का मैन्यू भी पूरा नहीं दिया जा रहा। शनिवार को ग्वालियर निवासी केशव पाठक अपने भाई के साथ हमसफर एक्सप्रेस के कोच एस-5 में ग्वालियर से रायपुर की यात्रा कर रहे थे। उन्होंने ललितपुर के पास पेंट्रीकार में जाकर वेज थाली मांगी तो वेंडर ने उन्हें वेज थाली देते हुए 100 रुपए ले लिए। जब उन्होंने कहा कि खाना तो 50 रुपए का आता है तो वेंडर ने कहा कि यह वीआईपी खाना है, इसलिए यह 100 रुपए का ही आएगा।
भोपाल में आए दिन खान-पान की शिकायत
भोपाल स्टेशन पर आए दिन कहीं खराब चाय , बासी समोसा मिलने की शिकायत मिल रही है। कुछ दिन पहले एक यात्री ने डीआरएम को फोन लगाकार खराब चाय बेचे जाने की शिकायत की थी । जिसके बाद डीआरएम के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि फूड प्लाजा ने बेचे जाने वाली सामग्री की जांच की जाए । अधिकारियों ने जांच की तो , उनके हाथ कुछ नहीं लगा। जिस पर फूड प्लाजा संचालक पर कार्रवाई नहीं हो सकीं।
खाने की शिकायतों पर लगातार हम कार्रवाई कर रहे है। भोपाल मंडल वेडरों पर लगाम लगाने के लिए और खाने की गुणवत्ता सुधारने के लिए मुहिम चलाने जा रहा है। जल्द ही इसके परिणाम सामने आएंगे। यात्रियों के द्वारा की जा रही शिकायतों पर कार्रवाई की जाती है।
> शोभन चौधुरी, डीआरएम ,भोपाल


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