परिसीमन के बाद महापुरुषों के नाम पर रखा गया था वार्ड का नाम
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
नगर निगम भोपाल के पार्षदों को अपने वार्ड का नाम ही पता नहीं है। इसमें कई पार्षद ऐसे है, जिन्हें यह भी पता नहीं है कि वार्ड का नाम महापुरुषों के नाम रखा गया है। ऐसे पार्षदों में वह पार्षद भी शामिल है, जो महापौर परिषद में शामिल है और नगर सरकार में मंत्री पद है और महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा संभाले हुए है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर सरकार के मंत्री और राजनीति की पायदान पर कदम रखने वाले पार्षद कितने गंभीर है।
जिला प्रशासन ने 2014 में वार्ड परिसीमन के बाद वार्डों के नामकरण में प्रचलित नामों का सहारा लिया था और विवादों से बचने के लिए जिला प्रशासन ने पिछले परिसीमन के समय जिन वार्डों के नाम नाम रखे थे, उनमें से ज्यादातर नामों को यथावत रखा था। जिला प्रशासन ने सिर्फ 7 नामों को हटाया है और क्षेत्र के प्रचलित नाम से उस वार्ड का नाम परिसीमन में रखा है। वार्डों के नामकरण में जिला प्रशासन ने महापुरुषों के अलावा क्षेत्र में प्रचलित नाम तथा नेताओं के नाम रखे है। 70 वार्डों से बढ़कर 85 वार्ड किए जाने के बाद 15 नए नाम भी क्षेत्र विशेष के नाम पर रखे गए थे। जिला प्रशासन ने वार्ड-1 का नाम महात्मा गांधी रखा है, जबकि वार्ड- 2 का एयरपोर्ट वार्ड, 3 भौंरी वार्ड, 4 हेमू कालानी वार्ड, 5 साधु वासवानी, 6 महावीर गिरी वार्ड, 7 कोह-ए-फिजा वार्ड, 8 रॉयल मार्केट वार्ड, 9 बाग मुशी हुसैन खां, 10 ईदगाह हिल्स, 11 बाबू जगजीवन राम, 12 गुफा मंदिर, 13 गीतांजलि, 14 शाहजहांनाबाद, 15 जेपी नगर, 16 मोतीलाल नेहरू, 17 इब्राहिमगंज, 18 राम मंदिर, 19 लालबहादुर शास्त्री, 20 महावीर स्वामी, 21 जैन मंदिर, 22 मोती मस्जिद, 23 इस्लामपुरा, 24 रानी कमलापति, 25 स्वामी विवेकानंद, 26 डॉ अम्बेडकर, 27 गोस्वामी तुलसीदास, 28 रानी अवंतिबाई, 29 मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, 30 कुशाभाऊ ठाकरे, 31 छत्रपति शिवाजी, 32 जवाहरलाल नहेरू, 33 मंडित मदन मोहन मालवीय, 34 रविन्द्र नाथ टैगोर, 35 जहांगीराबाद, 36 चांदबड़, 37 कपड़ामिल, 38 सेमरा, 39 नवीन नगर, 40 ऐशबाग, 41 बाग फरहत अफजा, 42 महारानी लक्ष्मीबाई, 43 महाराणा प्रताप, 44 सुभाषचन्द्र बोस, 45 इंदिरा गांधी, 46 पंडित रविशंकर शुक्ल, 47 डॉ राजेंद्र प्रसाद, 48 अरेरा कालोनी, 49 आशा निकेतन, 50 भरत नगर, 51 शाहपुरा, 52 मिसरोद, 53 बरकतउल्ला, 54 बाग सेवनिया , 55 बाग बुमालिया, 56 बरखेड़ा पठानी, 57 साकेत नगर, 58 कस्तूरबा वार्ड, 59 बरखेड़ा बीएचईएल, 60 गोविंदपुरा वार्ड, 61 खजूली कला वार्ड, 62 हथाईखेड़ा वार्ड, 63 गौतम बुद्ध वार्ड, 64 सोनागिरी वार्ड, 65 गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र, 66 नरेलाशंकरी, 67 इंद्रपुरी वार्ड, 68 अयोध्या नगर, 69 गुरुनानक देव, 70 पंजाबी बाग, 71 दशहरा मैदान अशोका गार्डन, 72 राजीव गांधी, 73 भोपाल मेमोरियल अस्पताल, 74 भानपुरा, 75 बड़वई, 76 छोला, 77 रूसल्ली, 78 नवीबाग, 79 करोंद वार्ड, 80 सर्वधर्म कोलार, 81 कान्हाकुंज, 82 दामखेड़ा, 83 सनखेड़ी, 84 रतनुपर सड़क, 85 कटारा वार्ड नाम रखा गया है।
17 नए नाम रखे गए थे
वार्ड-2 का नाम एयरपोर्ट वार्ड रखा गया है, जबकि वार्ड-6 का महावीर गिरी, वार्ड-10 का ईदगाह हिल्स, वार्ड-38 का सेमरा, वार्ड-54 का बाग सेवनिया, वार्ड-62 का हताईखेड़ा, वार्ड-66 का नरेलाशंकरी, वार्ड-71 का दशहरा मैदान अशोका गार्डन, 73 भोपाल मेमोरियल अस्पताल, 74 भानपुरा, 77 रूसल्ली, 78 नवीबाग, 80 सर्वधर्म कोलार, 81 कान्हाकुंज, 83 सनखेड़ी, 84 रतनुपर सड़क, 85 कटारा वार्ड नाम रखा है।
इन पार्षदों को नहीं पता अपने वार्ड का नाम
वार्ड-28 की पार्षद लक्ष्मी गोरेवर को अपने वार्ड का नाम ही पता नहीं है। उनसे पूछने पर उन्होंने वार्ड-26 का नाम अम्बेडकर वार्ड नाम बताया, जबकि इनके वार्ड का नाम रानी अवंतीबाई वार्ड है। वहीं एमआईसी सदस्य व वार्ड-37 के पार्षद मनोज चौबे से पूछने पर उन्होंने बताया कि मेरा 37 वार्ड है, जबकि उनके वार्ड का नाम कपड़ा मिल वार्ड है।
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