नई दिल्ली : दोस्ती, एकता और सद्भाव के जरिये सभी को प्यार के रंगों में रंगने वाला होली का त्यौहार पारंपरिक रूप से दो दिनों तक मनाया जाता है. पहले दिन होलिका दहन जबकि दूसरे दिन होली खेली जाती है. इन दिनों प्रकृति भी अपने सबसे अद्भुत रंग बिखेरती है. पतझड़ के बाद पेड़ों पर नई पत्तियां खिलती हैं, जो जीवन में नए उत्साह का संचार करती है. देश में होलिका दहन से जुड़ी कई सारी कथाएं काफी विख्यात हैं. पौराणिक कथा, धार्मिक कथा या फिर सामाजिक कथा हर कथा के साथ एक नया संदेश जुड़ा है.
आज शाम 7 बजे के बाद होगा होलिका दहन
इस बार होलिका दहन शाम को 7.40 के बाद किया जाएगा, क्योंकि पूर्णिमा का समय गुरुवार की सुबह 7.53 मिनट से शुरू होकर शुक्रवार को सुबह 6 बजे तक रहेगा. जबकि भद्रा का गुरुवार शाम 6.58 मिनट तक रहेगी. इसलिए शाम 7 बजे के बाद ही होलिका दहन का शुभ मुहूर्त है. होलिका दहन के साथ ही देश की तमाम जगहों पर होली की शुरुआत हो जाएगी.
facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें