घेराव करने हजारों की संख्या में भोपाल आए प्रदर्शनकारी
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
चुनावी साल में हर वर्ग अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन पर हैए हर वर्ग की अपनी मांगें हैं , जो चुनाव के समय सरकार ने वादे कियेए वो वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं । जिसके खिलाफ कई संगठन अपनी मांगे मनवाने विरोध स्वरुप धरना प्रदर्शन आंदोलन कर रहा है । इसी क्रम में गोसेवकों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ।
मध्यप्रदेश गौसेवक संघ गौसेवकों की पंचायत स्तर पर नियुक्ति, निश्चित मानदेय और एबीएफओ की भर्ती में गौ सेवको को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग को लेकर नीलम पार्क में इक_ा हुए। मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए नीलम पार्क में ही पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया । गौ सेवकों ने काली मंदिर में पहुंचकर सरकार की सद्बुद्धि देने की प्रर्थाना की । गौसेवकों की भारी तादात से नीलम पार्क को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया । पुलिस ने गौ सेवकों को पार्क के अंदर बंद कर दिया। गौसेवक सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे थे। काली मंदिर सड़क पर बैठे हजारों गौ सेवकों के साथ काग्रेसियों शामिल हुए । प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और विधायक जीतू पटवारी ने गौसेवक संघ के अध्यक्ष के साथ सड़क पर बैठकर बातचीत की।
23 हजार गौ सेवकों ने अपनी मांगो को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में 8 जनवरी से 13 जनवरी तक शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा लेकिन उनकी मांगो का निराकरण नही हुआ। गौसेवक सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए अब आर पार की लडाई लडने के मूड में है। आज हजारो गौसेवक नीलम पार्क पर एकत्रित होकर मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच करने के लिए निकले पुलिस बल ने पहले से उन्हें रोक लिया । जहां संघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मुलाकात कर ज्ञापन देकर अपनी मांगो के संबंध में चर्चा करने वाले थे । जब तक मुख्यमंत्री जी गोसेवकों की मांग नही मान लेते तब तक गो सेवक राजधानी में ही डटे रहकर आंदोलनरत रहेंगे।
पहले दिया अल्टीमेटम अब उतरे सडकों पर
गौरतलब है कि संघ के सभी जिलाध्यक्षो ने सात फरवरी को भोपाल में बैठक की थी सरकार से मांगों का निराकरण करने का अल्टीमेटम दिया था। बावजूद इसके सरकार या विभाग की ओर से गौ सेवकों की मांगो पर ध्यान नही दिया गया। इस बात से नराज होकर गौसेवकों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए पहुंचे है। संघ ने चेतावनी दी है कि उसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगे नही मानी तो वे परिवार के साथ मिलकर राजधानी भोपाल में जल सत्याग्रह, भूख हडताल और विशाल आंदोलन कर अपनी मांगे मनवायेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। संघ के प्रवक्ता दिनेश धाकड ने बताया कि गौसेवक पशुपालन विभाग एवं सरकार की महत्वपूर्ण कडी है। पशुपालन विभाग के कृत्रिम गर्भादान, प्राथमिक उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओँ में ईमानदारी से काम करते है। गौसेवक गोकुल महोत्सव, कृषि महोत्सव, गोपाल पुरुस्कार, नंदी शाला परियोजना, मुर्रा पाडा योजना में भी किसानों को जागरुक कर रहे है। बावजदू इसके उनको नियमित नही किया जा रहा है।
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