मांग नहीं मानी तो संसद घेरेंगी मुस्लिम महिलाएं

तीन तलाक बिल वापस लेने की मांग
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
संसद में लाए गए तीन तलाक के बिल को वापस लेने की मांग को लेकर आज ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारणी सदस्य आरिफ मसूद और महिला विंग की सालेहा तबस्सुम, सबीहा कौसर, सालेहा रिज़वान, शहनाज़ फातमा, नूरजहां के नेतृत्व में नीलम पार्क में सभा आयोजित की गई।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यदि हमारी मांग नहीं मानी गई तो आगामी दिनों में संसद का घेराव किया जाएगा। सभा के बाद रैली निकालकर राज्यपाल आनंदी बेन को ज्ञापन सौंपा गया।तीन तलाक बिल को लेकर आज सुबह से ही नीलम पार्क में महिलाओं का आना शुरू हो गया था और देखते-देखते बड़ी संख्या में बुका पहनें महिलाएं एकत्रित हो गईं। बुर्के में ही कई महिलाओं ने यहां आयोजित जलसे को संबोधित करते हुए अपनी आवाज बुलंद की। जलसे को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत सरकार द्वारा शरीयती क़ानून में दखलंदाजी कर तीन तलाक़ बिल संसद में लाकर शरीयत को बदलने की कोशिश की जा रही है। मुस्लिम महिलाएं इस बिल का विरोध करती हैं। केन्द्र सरकार द्वारा तीन तलाक का जो बिल संसद में रखा गया है वह बिल को वापस लिया जाए, क्योंकि तीन तलाक़ बिल से मुस्लिम औरतों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
एकत्रित महिलाओं ने तीन तलाक बिल वापस लो, मुस्लिम महिलाएं पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ, शरियत हमारा गौरव है, मुस्लिम महिलाओं की पुकार हर कदम शरियत के साथ जैसे लिखे नारों की तख्तियां लेकर सभा व रैली में शामिल हुईं। महिलाओं के साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारी और अन्य लोग शामिल थे।

आरिफ मसूद ने बताया कि रैली व आमसभा द्वारा मुस्लिम महिलाओं द्वारा राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि भारत सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं के प्रोटेक्शन बिल के नाम पर मुस्लिम महिलाओं को अपमानित न किया जाए और मुस्लिम महिलाओं को भारत के संविधान में दिए गए अधिकारों का हनन करने की कोशिश कर अधिकारों को छीनने का प्रयास केन्द्र सरकार कर रही है। रैली के बाद राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।


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